---विज्ञापन---

ज्योतिष

इस मंत्र का जप करते ही प्रकट हो जाएंगे भगवान शिव, फिर जो चाहें, मांग लें

Shivji ke Upay: सभी देवताओं में महादेव एकमात्र ऐसे देव हैं जिन्हें प्रसन्न करना बहुत ही सरल है। उन्हें प्रसन्न करने के लिए यदि आप सच्चे मन से केवल एक लोटा जल भी शिवलिंग पर चढ़ा देंगे तो भी पर्याप्त है। भगवान शिव जिस पर भी कृपा करते हैं, उसके सभी कष्ट हर लेते हैं […]

Author Published By : Sunil Sharma Updated: Aug 24, 2023 13:03
jyotish tips, dharma karma, shivji ke upay, sawan ke upay,bhagwan shiv

Shivji ke Upay: सभी देवताओं में महादेव एकमात्र ऐसे देव हैं जिन्हें प्रसन्न करना बहुत ही सरल है। उन्हें प्रसन्न करने के लिए यदि आप सच्चे मन से केवल एक लोटा जल भी शिवलिंग पर चढ़ा देंगे तो भी पर्याप्त है। भगवान शिव जिस पर भी कृपा करते हैं, उसके सभी कष्ट हर लेते हैं और उसे इस संसार के सारे सुख और सौभाग्य का वर देते हैं। यही कारण है कि देवता, राक्षस, मनुष्य, भूत, प्रेत आदि सभी जीव उनकी आराधना करते हैं।

शास्त्रों में भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत से मंत्र बताए गए हैं। इन मंत्रों का सही तरह से प्रयोग कर आप भी अपने सोए भाग्य को जगा सकते हैं। ऐसा ही एक मंत्र ज्योतिष में अक्सर बताया जाता है। इस मंत्र का प्रयोग तभी किया जाता है जब व्यक्ति किसी असाधारण समस्या में फंस गया हो और उसे कोई समाधान न दिखाई दें।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: आज ही करें दूर्वा के ये उपाय, भर जाएंगे घर के सब भंडार

महामृत्युंजय मंत्र के समान शक्तिशाली है यह मंत्र (Shivji ke Upay)

भगवान शिव का यह मंत्र महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के ही समान शक्तिशाली है और सिद्ध करने पर भक्तों की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करने का सामर्थ्य रखता है। यदि आप भी सावन के महीने, प्रदोष अथवा सोमवार के दिन किसी शुभ मुहूर्त में इसका अनुष्ठान (Shivji ke Upay) आरंभ करें तो निश्चित रूप से आपके दुर्भाग्य और दुखों का नाश हो जाएगा। मंत्र इस प्रकार है

---विज्ञापन---

ॐ मृत्यूंजाय, रूद्राय, नीलकंठाय, संभवे। अमृतेशाय सर्वाय महादेवाय ते नम:॥

यह भी पढ़ें: Jyotish Tips: अशोक के पत्ते भी बदलते हैं भाग्य, आज ही करें ये 4 उपाय

ऐसे करें अनुष्ठान

किसी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में गणपति की पूजा करें। अपने इष्टदेव और गुरु का आशीर्वाद लें, माता-पिता का आशीर्वाद लें। इसके बाद भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिकेय और नंदीश्वर की पूजा करें। इन सभी को माला, पुष्प, चंदन तिलक, धूप, दीपक, प्रसाद, फल आदि अर्पित करें। इस तरह पूजा करने के बाद वहीं एक आसन पर बैठकर इस मंत्र का अधिकाधिक संख्या में जप करें। यदि ऐसा संभव न हो तो भी कम से कम 1100 बार जप अवश्य करें।

इसके बाद इस प्रयोग को लगातार अगले 90 दिनों तक करें। इस प्रकार करने से आपके सभी मनोरथ पूरे होंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यदि सच्चे मन से बिना कामना के इस मंत्र का जप किया जाए तो भगवान शिव साक्षात दर्शन भी दे सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Jul 16, 2023 02:18 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.