Mangal Vakri 2025: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का वक्री होना एक विशेष और महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। जब कोई ग्रह अपनी सामान्य गति से विपरीत दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इसे वक्री या “रेट्रोग्रेड” कहा जाता है। यह ज्योतिषीय घटना न केवल ग्रहों की चाल में बदलाव को दर्शाती है, बल्कि इसका गहरा प्रभाव व्यक्ति के जीवन, मानसिक स्थिति, कार्य-व्यवहार और घटनाओं पर भी पड़ता है। अभी वैदिक ज्योतिष के दो प्रभावशाली ग्रह बृहस्पति और मंगल वक्री हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इन दोनों ग्रहों की उल्टी चाल से जीवन के विभिन्न सेक्टरों और राशियों पर सीधा असर पड़ रहा है।
वक्री मंगल का ज्योतिष महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब ग्रह वक्री अवस्था में होते हैं, तो ग्रह की ऊर्जा सामान्य अवस्था की तुलना में अधिक तीव्र हो जाती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मंगल ग्रह अभी अपनी वक्री स्थिति की युवा अवस्था में हैं, जिससे उसकी ऊर्जा अपने अधिकतम लेवल पर है। इस अवस्था में अक्सर मंगल ग्रह की उग्रता, ऊर्जा और साहस संबंधी ऊर्जा असंतुलित हो जाती है इसलिए मंगल ग्रह अपने फल देने की क्षमता से संबंधित क्षेत्रों में किसी व्यक्ति के जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं। वक्री ग्रह के कारण कुछ क्षेत्रों में देरी या अवरोध उत्पन्न हो सकता है और वक्री ग्रह को पिछले कर्मों का फल देने भी वाला माना गया है।
वक्री मंगल का राशियों पर असर
बता दें, ग्रहों के सेनापति मंगल 7 दिसंबर, 2024 को वक्री हुए थे और कुल 80 दिनों तक वक्री अवस्था में रहेंगे। वैदिक ज्योतिष की गणितीय गणना के अनुसार, मंगल ग्रह साल 2025 में सोमवार 24 फरवरी की सुबह 7 बजकर 27 मिनट पर मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे। जिसका असर अधिकांश राशियों पर काफी नेगेटिव होने के योग दर्शा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वक्री मंगल अपने उल्टी चाल के नेगेटिव असर से 5 राशियों को बेहाल बनाएंगे और इन राशियों के जातकों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ सकती है। आइए जानते हैं, ये 3 राशियां कौन-सी हैं?
मेष राशि
मंगल मेष राशि का स्वामी ग्रह है, इसलिए इसके वक्री होने पर यह राशि पर विशेष प्रभाव डालता है। मेष राशि के जातक इस दौरान अत्यधिक गुस्सैल और चिड़चिड़े हो सकते हैं। यह उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों में समस्या पैदा कर सकता है। जल्दबाजी में निर्णय लेने के कारण आर्थिक नुकसान हो सकता है। पारिवारिक या प्रेम संबंधों में अनबन होने की संभावना है। गुस्से को नियंत्रित करें और धैर्य से काम लें। वाहन चलाते समय सतर्क रहें। सिरदर्द, चोट लगने या दुर्घटना की संभावना बढ़ सकती है।
कर्क राशि
कर्क राशि में मंगल नीच के माने जाते हैं और वक्री अवस्था में इसका प्रभाव अधिक नकारात्मक हो सकता है। कर्क राशि के जातक इस दौरान मानसिक तनाव और भावनात्मक अस्थिरता का अनुभव कर सकते हैं। पारिवारिक कलह से घर-परिवार में अनबन और विवाद बढ़ सकते हैं। करियर में अड़चनें: कार्यस्थल पर असहमति और विवाद हो सकते हैं, जिससे प्रमोशन या प्रोजेक्ट्स में देरी हो सकती है।भावनात्मक निर्णय लेने से बचें। अपने परिवार के साथ समय बिताएं और समस्या को शांति से सुलझाने का प्रयास करें। पाचन तंत्र से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
तुला राशि
तुला राशि पर मंगल का वक्री होना संतुलन बिगाड़ सकता है, क्योंकि यह राशि स्वभाव से संतुलित और सामंजस्यपूर्ण होती है। अनियोजित खर्चों के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। संबंधों में खटास आने की आशंका है। साथी के साथ झगड़े और असहमति बढ़ सकती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में देरी या समस्याएं आ सकती हैं। मानसिक तनाव: निर्णय लेने में असमंजस और आत्मविश्वास की कमी हो सकती है। खर्चों पर नियंत्रण रखें और वित्तीय निर्णय सोच-समझकर लें। संबंधों में धैर्य और समझदारी दिखाएं।
वृश्चिक राशि
मंगल वृश्चिक राशि का भी स्वामी ग्रह है, और इसका वक्री होना इस राशि के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आत्मनियंत्रण की कमी: इस दौरान वृश्चिक राशि के जातक अत्यधिक गुस्से और ईर्ष्या का अनुभव कर सकते हैं। गुप्त शत्रु यानी छुपे हुए शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, जो नुकसान पहुंचा सकते हैं। मानसिक तनाव और अकेलेपन का अनुभव हो सकता है। स्वास्थ्य समस्याएं: स्किन, रक्त या यौन संबंधी रोगों का खतरा बढ़ सकता है। अपने गुस्से और ईर्ष्या पर नियंत्रण रखें। नियमित रूप से योग और ध्यान का अभ्यास करें।
मकर राशि
मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं, लेकिन वक्री होने पर इसका प्रभाव उल्टा पड़ सकता है। इस अवधि में करियर में प्रगति धीमी हो सकती है। उच्च अधिकारियों से विवाद या असहमति हो सकती है। निवेश या वित्तीय योजनाओं में नुकसान होने की संभावना है। जोड़ों का दर्द या हड्डियों से संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं। यात्रा में बाधा: इस समय यात्रा करने से नुकसान या अव्यवस्था हो सकती है। करियर से जुड़े किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय को टालने की कोशिश करें। फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं और अपनी सेहत का ध्यान रखें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।