Kharmas 2023: ज्योतिष की मान्यताओं के अनुसार जब सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास लगता है। खरमास को भी पंचक और भद्रा के समान ही अशुभ माना गया है। इस समय सभी मांगलिक कार्यों यथा विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, व्यापार आरंभ आदि पर रोक लग जाती है।
आचार्य अनुपम जौली के अनुसार आज 15 मार्च 2023 को सुबह 5.17 बजे सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर गया है। अब 14 अप्रैल तक वह इसी राशि में स्थित रहेंगे। ऐसे में आज से 14 अप्रैल 2023 तक की समयावधि को खरमास कहा जाएगा। इस माह के लिए शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं। जानिए इनके बारे में
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जानिए क्या है खरमास के नियम (Kharmas Rules)
- शास्त्रों में खरमास को अशुभ व नकारात्मक प्रभाव देने वाला समय कहा गया है। इस समय किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य यथा विवाह, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार आदि नहीं करने चाहिए।
- यदि आप नए मकान की नींव रखना चाहते हैं, अथवा मकान खरीदना चाहते हैं, व्यापार आरंभ करना चाहते हैं तो उसे भी खरमास में न करें। ऐसा करना आपके लिए आर्थिक हानि का कारण बन सकता है।
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खरमास में इन उपायों से होगा लाभ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस समय पूजा-पाठ व धर्म-कर्म के कार्य अधिकाधिक करने चाहिए। यदि संभव हो तो इस समय सूर्यदेव की आऱाधना करनी चाहिए। सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य को कुमकुम मिले जल से अर्ध्य देना चाहिए। इससे जन्मकुंडली के समस्त दोष दूर होते हैं।
खरमास में पीपल अथवा बरगद का वृक्ष लगाना चाहिए। इससे व्यक्ति पर आने वाली कई बाधाएं सहज ही दूर हो जाती हैं। साथ ही उसे अनंत कोटि पुण्य भी मिलता है। यदि एक से अधिक वृक्ष लगाए जाएं तथा उनके पालन-पोषण की जिम्मेदारी ली जाए तो व्यक्ति की कुंडली में राजयोग बनता है। वह बहुत जल्दी ही करोड़पति भी बन जाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।