Guru Vakri 2025 Rashifal: 11 नवम्बर 2025, मंगलवार को 10:11 पी एम बजे से गुरु में वक्री होंगे। वे कर्क राशि में वक्री होंगे, जो उनकी उच्च राशि है। आपको बता दें कि गुरु ग्रह अभी मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं और वे 18 अक्टूबर, 2025 को अपना राशि परिवर्तन करेंगे और कर्क राशि में जाएंगे। ज्योतिषाचार्य हर्षवर्धन शांडिल्य के अनुसार, कर्क राशि में वक्री होने वाले गुरु ग्रह का 12 राशियों पर मिला-जुला असर होगा। आइए जानते हैं, किस राशि के जातकों पर इस ज्योतिषीय घटना पर क्या होगा?
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के कामकाज में थोड़ी धीमी गति रह सकती है। पुराने संपर्क फिर से जुड़ सकते हैं। विदेश से जुड़े मामलों में देरी संभव है। जीवन दर्शन को लेकर सोच में बदलाव आएगा। पिता या गुरु समान व्यक्ति से पुनः संवाद होगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों को धन, टैक्स या निवेश से जुड़े मामलों में सतर्क रहना होगा। पुराना लोन या आर्थिक विवाद उभर सकता है। मन थोड़ा अस्थिर रह सकता है। आध्यात्मिक झुकाव बढ़ेगा। गुप्त ज्ञान की ओर रुझान हो सकता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की साझेदारी और विवाह से जुड़े मामलों में रुकावटें आ सकती हैं। पुराने रिश्तों की पुनरावृत्ति संभव है। सोच-समझ कर निर्णय लें। दांपत्य जीवन में धैर्य रखें। कानूनी मामले लंबित हो सकते हैं।
कर्क राशि
यह गोचर कर्क राशि में ही हो रहा है, इसलिए इन जातकों पर प्रभाव गहरा होगा। आत्ममंथन और आत्मनिरीक्षण का समय है। निर्णयों में उलझन महसूस हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें। विचारों में परिपक्वता आएगी।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों की पुरानी समस्याएं फिर से सामने आ सकती हैं। शारीरिक ऊर्जा थोड़ी कम महसूस हो सकती है। ध्यान, योग या रचनात्मक गतिविधि लाभकारी रहेगी। काम की गति धीमी हो सकती है। नींद और मनोदशा प्रभावित रह सकती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के प्रेम संबंधों में फिर से जुड़ाव या उलझन संभव है। संतान से जुड़ी चिंता हो सकती है। रचनात्मक सोच बढ़ेगी, लेकिन उसे क्रियान्वित करने में विलंब हो सकता है। शिक्षा से जुड़े फैसलों को स्थगित करना बेहतर रहेगा।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के घर-परिवार से जुड़े कार्यों में धीमापन आ सकता है। पुराने घरेलू मुद्दों पर फिर से चर्चा हो सकती है। मानसिक स्थिरता बनी रहेगी। प्रॉपर्टी संबंधित मामलों में सोच-समझकर निर्णय लें। माता के स्वास्थ्य की चिंता संभव है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के सोचने का तरीका गहराई लेगा। छोटे भाई-बहनों से संवाद में दूरी या उलझन हो सकती है। लेखन, पढ़ाई या यात्रा में देरी संभव है। आत्म-अनुशासन जरूरी होगा। किसी पुराने दस्तावेज का महत्व बढ़ेगा।
धनु राशि
गुरु धनु राशि के जातकों के राशि स्वामी हैं, इसलिए असर खास होगा। आर्थिक मामलों की समीक्षा आवश्यक है। आत्मविश्वास में उतार-चढ़ाव आ सकता है। पुरानी योजनाएं फिर से ध्यान में आएंगी। निर्णय जल्दबाज़ी में न लें।
मकर राशि
मकर राशि के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव संभव है। स्वयं पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। आत्मनिरीक्षण से लाभ मिलेगा। नए कार्यों की शुरुआत से पहले पुनर्विचार करें। संकोच और भ्रम से बचें।
कुंभ राशि
छिपी बातें सामने आ सकती हैं। मानसिक उलझनें थोड़ी बढ़ सकती हैं। एकांत या ध्यान की ओर मन आकर्षित होगा। पुराने रोग या आदतें फिर से सक्रिय हो सकती हैं। सपनों में संकेत मिल सकते हैं।
मीन राशि
गुरु मीन राशि के स्वामी हैं, इसलिए यह समय इन राशि वालों के लिए विचारशील बने रहने का है। मित्रता और सामाजिक संबंधों में दूरी आ सकती है। किसी पुराने लक्ष्य को फिर से पाने की प्रेरणा मिलेगी। लाभ धीरे-धीरे मिलेगा।
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