Grah Gochar: शनिवार 15 फरवरी, 2025 को बुध का अपना नक्षत्र परिवर्तन करने वाले हैं और वे सुबह में 5 बजकर 8 मिनट पर धनिष्ठा नक्षत्र से निकलकर शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। शतभिषा नक्षत्रमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से शतभिषा 24वें नक्षत्र हैं, जिसका अर्थ है ‘सौ चिकित्सक’। राहु के स्वामित्व वाला और शनि की राशि कुंभ में रहने वाला यह नक्षत्र अपने आप में बहुत-सी वस्तुओं को समा लेने की क्षमता रखता हैं। बता दें कि इस नक्षत्र एक चारों पद कुंभ राशि में आते हैं।
शतभिषा नक्षत्र में बुध गोचर का ज्योतिष महत्व
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, बुध का शतभिषा नक्षत्र में गोचर का विशेष ज्योतिष महत्व है और यह गोचर कई महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, विशेष रूप से बौद्धिक विकास, संचार, शोध, चिकित्सा और गुप्त विद्याओं के क्षेत्र में। बुध ग्रह बौद्धिकता, तर्कशक्ति, संचार, व्यापार और गणित के कारक हैं और शतभिषा नक्षत्र उपचार, रहस्यमयी शक्तियों और गहन ज्ञान से जुड़े हैं। वहीं, राहु और शनि के प्रभाव के कारण यह नक्षत्र गुप्त ज्ञान, इनोवेशन, साइन्टिफिक रिसर्च, चिकित्सा, ज्योतिष और मानसिक गहराइयों में जाने की प्रवृत्ति को दर्शाता है। बुध का इस नक्षत्र में गोचर होने से जातक में तर्कशक्ति और विश्लेषण क्षमता बढ़ती है लेकिन राहु के कारण कम्यूनिकेशन में थोड़ी अस्पष्टता भी आती है। जो लोग डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में हैं, उनके लिए यह गोचर अत्यंत शुभ रहेगा।
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शतभिषा नक्षत्र में बुध गोचर का राशियों पर असर
शतभिषा नक्षत्र में बुध गोचर का सभी राशियों पर बेहद व्यापक असर होगा, क्योंकि वे स्वयं अभी कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं और शतभिषा नक्षत्र भी इसी राशि में रहते हैं। बुध का शतभिषा नक्षत्र में गोचर 3 राशियों के लिए विशेष लाभकारी सिद्ध होगा, ये राशियां हैं- मिथुन, तुला और कुंभ।
मिथुन राशि
बुध मिथुन राशि के लिए प्रथम (स्वयं) और चतुर्थ (सुख) भाव के स्वामी हैं। शतभिषा नक्षत्र में बुध गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद अनुकूल रहने वाला है। भाग्य में वृद्धि: नवम भाव में बुध का गोचर आपके लिए भाग्य में वृद्धि का संकेत है। धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी, जिससे मानसिक शांति प्राप्त होगी। उच्च शिक्षा या शोध कार्यों में सफलता की संभावना है। जो छात्र विदेश में शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल है। शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लंबी यात्राओं के योग बन रहे हैं, जो लाभकारी सिद्ध होंगी। गुरुजनों, सीनियर और मेंटर्स का पूर्ण सहयोग मिलेगा, जिससे जीवन में नई दिशा प्राप्त होगी। धार्मिक स्थलों की यात्रा करेने का मौका मिलेगा, आप जरूरतमंदों की सहायता भी करेंगे। नियमित रूप से ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।
तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध का शतभिषा नक्षत्र में गोचर आपकी रचनात्मकता को बढ़ावा देगा। कला, संगीत, लेखन आदि क्षेत्रों में नई प्रेरणा मिलेगी। लव लाइफ और रिलेशनशिप में मधुरता आएगी। जो अविवाहित हैं, उनके लिए नए संबंध बनने के योग हैं। संतान से सुख मिलेगा और संतान पक्ष से सुखद समाचार मिल सकते हैं। जो संतान की योजना बना रहे हैं, उनके लिए समय अनुकूल है। छात्रों के लिए यह समय विशेष लाभकारी है। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता की प्रबल संभावना है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, बेरोजगारों को सरकारी नौकरी मिलने के प्रबल योग हैं। खान-पान से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए बुध का शतभिषा नक्षत्र में गोचर कुंभ राशि के जातक को हर फील्ड में सफलता दिलाएगा। बुध का यह गोचर आपके व्यक्तित्व में निखार लाएगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा और कम्यूनिकेशन कौशल में सुधार होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, जिससे आप स्वस्थ जीवनशैली अपनाएंगे। नए कार्यों की शुरुआत के लिए यह समय अनुकूल है। नौकरी या व्यवसाय में नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। संबंधों में सुधार होगा। परिवार और मित्रों के साथ संबंधों में मधुरता आएगी। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नियमित रूप से योग और ध्यान का अभ्यास करें।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।