UAE Bullet Train VS Vande Bharat Express : संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना शुरू होने वाली है। UAE द्वारा शुरू की जाने वाली ये हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन परियोजना अबू धाबी और दुबई को आपस में जोड़ेगी। माना जा रहा है कि इससे पश्चिम एशिया में परिवहन के मामले में UAE के काफी आगे निकलने की उम्मीद है। रिपोर्ट्स की मानें तो ये बुलेट ट्रेन 30 मिनट में 100 किमी से अधिक की दूरी तय करेगी। आखिर ये ट्रेन भारत की वंदे भारत ट्रेन से कितनी अलग है?
रिपोर्ट्स की मानें तो बुलेट ट्रेन 350 किमी/घंटा की गति से महज 30 मिनट में 100 किमी से अधिक की दूरी तय करेगी। इस परियोजना के कॉन्ट्रैक्ट कर लिए गये हैं और मैप भी तैयार कर लिया गया है। इससे साफ है कि शुरुआती तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दुबई सरकार के अनुसार, इस परियोजना का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और पूरा हो जाने पर ये ट्रेन शहर के प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
एक तरफ जहां UAE के बुलेट ट्रेन की स्पीड 350 किमी/घंटा है तो वहीं भारत में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड 160 किमी/घंटा है। इसका मतलब ये हुआ कि भारत की वंदे भारत ट्रेन की तुलना में UAE की बुलेट ट्रेन दोगुनी रफ्तार से चलेगी।
Just in: 🇦🇪 Dubai Crown Prince & Abu Dhabi Crown Prince launch high-speed train project linking Abu Dhabi and Dubai, cutting travel time to just 30 minutes at a speeds 350 km/h. This will add AED 145 billion to the UAE’s GDP in 50 years. pic.twitter.com/UHVrPhIVl8
---विज्ञापन---— حسن سجواني 🇦🇪 Hassan Sajwani (@HSajwanization) January 23, 2025
हालांकि UAE के अधिकारियों का कहना है कि हम अभी शुरुआती चरण में ही काम कर रहे हैं। अभी इस पर विचार नहीं हो पाया है कि कब तक ये बनकर तैयार हो जाएगा और लोग इससे यात्रा का सकेंगे। अभी तक की जानकारी के अनुसार, इस ट्रेन में कम से कम 400 यात्री बैठकर यात्रा कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें : Video : वो ‘भूतिया’ जेल जहां हिटलर यहूदियों को जलाता था जिंदा, कांप जाती रूह
UAE की इस परियोजना की घोषणा हाल ही में एतिहाद रेल द्वारा अल फया डिपो में आयोजित एक समारोह के दौरान की गई। इस समारोह में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम शामिल थे।