Saudi Arabia Controversial Statement On Jammu Kashmir: ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक काॅपरेशन (OIC) की न्यूयाॅर्क में आयोजित बैठक में सऊदी अरब ने जम्मू-कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है। सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने जम्मू कश्मीर की मुस्लिम आबादी को लेकर कहा कि सऊदी अरब जम्मू कश्मीर में मुस्लिमों की इस्लामी पहचान बनाए रखने और उनकी गरिमा को बनाए रखने में साथ खड़ा है।
न्यूयाॅर्क में यूएन महासभा की 78वीं बैठक के इतर ओआईसी द्वारा आयोजित जम्मू कश्मीर संपर्क समूह की बैठक में फैसल बिन फरहान ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चल रहे संघर्ष और अंशाति में सऊदी अरब जम्मू-कश्मीर के मुस्लिमों के साथ खड़ा है। सऊदी अरब की आधिकारिक न्यूज एजेंसी ने इसकी जानकारी साझा की है।
मुद्दे को सुलझाना जरूरी
सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर क्षेत्र स्थिरता और सुरक्षा के लिए जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर इस मुद्दे को नहीं सुलझाया गया तो अंशाति बढ़ सकती है। तुर्की ने भी इस मुद्दे पर सऊदी अरब की हां में हां भरी। सऊदी अरब ने यह भी कहा कि वह ऐसे किसी मामले में मध्यस्थता कर मामले को सुलझाने के लिए भी तैयार है।
1947 से चल रहा है कश्मीर विवाद
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 से कश्मीर विवाद विवादित मुद्दा रहा है। भारत ने इस मामले में हमेशा किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का विरोध किया है। भारत और पाकिस्तान के बीच हिंसक घटनाएं होती रही हैं। 1989 के बाद से इन हिंसक घटनाओं में और तेजी आई है। पाकिस्तान ने पहले ही कश्मीर के एक बड़े भू-भाग पर कब्जा कर रखा है। वहीं पाकिस्तान वैश्विक मंच पर यह आरोप लगाता रहा है कि भारत मुस्लिमों पर कहर ढहाता है।
बता दें कि ओआईसी की स्थापना साल 1969 में हुई थी। यह एक अंतरसरकारी संगठन है। इस संगठन में कुल 57 देश हैं। इनमें 48 मुस्लिम बहुल देश भी शामिल हैं। संगठन का मानना है कि यह मुस्लिम दुनिया की सामूहिक आवाज है।