4 Days Working: पूरी दुनिया में कॉर्पोरेट कंपनियों का बोलबाला है। इनसे बहुत से लोगों की रोजी रोटी चलती है। कंपनियों में काम करने वालों के लिए अलग से कानून बनाए गए हैं। इन कानून के तहत कर्मचारी अपनी कंपनी से अपने हक की बात कर सकते हैं। ये कानून ही होते हैं जिनकी वजह से मालिक अपने कर्मचारियों की बात मानता है। हाल ही में वर्क कल्चर बदलता हुआ दिख रहा है। एक नया सिस्टम बनाया जा रहा है, जिसमें हफ्ते में सिर्फ 4 दिन ही काम करना होता है।
क्या है चार दिवसीय कार्य सप्ताह
हर कंपनी में काम करने के लिए अपनी अलग पॉलिसी होती हैं। जिसमें सभी के काम करने के घंटों में अंतर होता है। इन दिनों चार दिवसीय कार्य सप्ताह का चलन शुरू हो गया है। हफ्ते में 4 दिन करना एक आधुनिक काम का शेड्यूल है। आमतौर पर कर्मचारी बफ्ते में 5 दिन काम करते हैं, लेकिन इस तरीके को अपनाने वाले लोग अपना काम 4 दिनों में ही पूरा करते हैं। देखा जाए तो कर्मचारी 4 दिन 10 घंटे काम करते हैं।
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कोविड में बढ़ा इसका चलन
कोविड 19 के दौरान सब कुछ बंद कर दिया गया, लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए थे। इस दौरान बहुत से लोगों की नौकरी गई तो बहुत से लोगों को वर्क फ्रॉम होम मिला था। WFH का या चलन तभी से शुरू हुआ। घर से काम करना लोगों को पसंद भी आया। इस कार्यप्रणाली में तीन चीजों को शामिल किया गया है। जिसमें पहला हाइब्रिड वर्किंग, स्विच ऑफ करने का अधिकार और संपीड़ित घंटे (Compressed Hours) शामिल हैं।
स्विच ऑफ करने का अधिकार की बात करें तो इसमें कर्मचारियों को अपनी शिफ्ट खत्म होने के बाद काम से जुड़े किसी भी ईमेल का जवाब देने की जरूरत नहीं है। वहीं, ‘संपीड़ित घंटों’ की प्रणाली में कर्मचारी पांच के बजाय चार दिनों में अपने वर्किंग आवर्स को बढ़ाकर काम कर सकते हैं।
किन देशों में होता है 4 दिन काम?
1- कनाडा में दर्जनों कंपनियां हफ्ते में 4 काम कराती हैं।
2- सितंबर 2023 में ब्राजील ने 4 दिन काम कराने के लिए 9 महीने का परीक्षण शुरू किया था।
3- बेल्जियम में कर्मचारियों को अब चार दिन काम करने का अधिकार है। हालांकि, 4 दिन का सप्ताह आम तौर पर 4×10 घंटे का होता है।
इसके अलावा भी कई देशों में कर्मचारियों को 4 दिन काम करने का अधिकार हासिल है।