Pakistan Terrorist Sahid Latif Killing: पाकिस्तान में बुधवार को पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उसका पालन पोषण पाकिस्तान ने किया था वह करीब नवबंर 1994 से 2010 तक भारतीय जेलों में बंद रहा। इसके बाद उसे वाघा बाॅर्डर से पाकिस्तान निर्वासित कर दिया गया था। अज्ञात हमलावरों ने उसकी हत्या तब की जब पंजाब के सियालकोट स्थित एक मस्जिद में नमाज पढ़ रहा था। इस सब के बीच पाकिस्तान बड़ा ही परेशान है। वह इस खंूखार आतंकी की मौत को आतंकी हरकत बता रहा है।
पाकिस्तान को रोना आया
पाकिस्तान की सरकार ने शाहिद की मौत पर बयान जारी कर उसे साहेब कहकर संबोधित किया है। पाकिस्तान की सरकार ने कहा कि टारगेट किलिंग के तहत शाहिद साहेब की हत्या की गई है। शाहिद साहेब को मालूम था कि उनकी हत्या हो सकती है और उनकी यह बात सही साबित हुई। स्थानीय पुलिस के चीफ ने बयान जारी कर कहा कि यह हत्या निश्चित तौर पर आतंकवादी हरकत है उन्होंने कहा कि हम हत्यारों की तलाश में जुटे हैं।
2010 में यूपीए सरकार ने किया था रिहा
बता दें कि 1994 से 2010 तक करीब 16 वर्षों तक भारत की जेलों में बंद रहने के बाद तत्कालीन यूपीए सरकार ने शाहिद लतीफ समेत 2 दर्जन आतंकियों को रिहा कर दिया था। इसके लिए सरकार ने तर्क दिया कि वे पाकिस्तान से अपने संबंध मजबूर करना चाहती है। इससे पहले जैश के आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाइजैक कर लिया था। तब भी आतंकियों ने इस मामले में जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर और उमर शेख को रिहा करने की बात की थी।
भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी था
53 वर्षीय आतंकी शाहिद लतीफ भारत की मोस्ट वांटेड आतंकी की सूची में शामिल था। उसे एनआईए ने यूएपीए के तहत आतंकी घोषित किया था। शाहिद लतीफ के साथ ही उसके भाई की बुधवार सुबह हत्या कर दी गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हमलावर बाइक पर सवार होकर आए और गोलियों से उसे मौत के घाट उतार दिया।