पाकिस्तान के कराची शहर में रविवार को सिंध संस्कृति दिवस रैली निकाली गई थी. इस दौरान 2 गुट आपस में भिड़ गए और भारी बवाल हुआ. लोगों ने रैली पर पथराव किया और झड़प के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 45 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार, रैली में हंगामा तब हुआ, जब उन्होंने रैली को प्रतिबंधित क्षेत्रों से दूर रहने को कहा. पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) सैयद असद रजा ने हंगामा होने की पुष्टि की.
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आंसू गैस से भीड़ को तितर-बितर किया
DIG रजा ने बताया कि रैली के दौरान टकराव तब शुरू हुआ, जब पुलिस कर्मियों पर हमला हुआ. पुलिस ने लाठीचार्ज करके और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करके भीड़ को तीतर-बीतर किया. अब स्थिति नियंत्रण में है और रेड जोन पहले की तरह बंद ही रहेगा. यात्रियों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने रैली को कराची प्रेस क्लब (KPC) की ओर जाने से पहले लाइंस एरिया से सदर की ओर जाने की सलाह दी थी, लेकिन वे नहीं माने.
पथराव में 5 पुलिस कर्मी भी हुए घायल
DIG रजा ने बताया कि रैली में शामिल लोग जिन्ना ब्रिज से मुख्य शरिया फैसला होते हुए जाना चाहते थे. जबरन रोके जाने पर लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके, जिससे 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके बाद ही पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इस तरह सड़क मार्ग को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसा और गिरफ्तारियों में बदल गया. अब शरिया फैसल के रास्ते कराची प्रेस क्लब की ओर जाने से पहले कई जुलूस वहां जमा होने की उम्मीद है.
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12 लोगों को जमानत पर किया गया रिहा
DIG रजा ने पुष्टि की कि कराची बार एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा जमानत दिए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए 12 लोगों को रिहा कर दिया गया है. सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर ने भी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है. अतिरिक्त महानिरीक्षक ने निर्देश दिया है कि पुलिस वाहनों और नागरिकों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.










