पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान को डर है कि भारत उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। जिन्ना का देश लगातार सीमा पर हथियारों और सेना का जमावड़ा बढ़ा रहा है। भारत ने हमले के बाद कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है। ये कार्रवाई किस स्तर पर होगी, अभी इसको लेकर भारत ने पत्ते नहीं खोले हैं? इस बीच पाकिस्तान के सबसे बड़े आलोचक और अफगानिस्तान के अपदस्थ राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भारत को कार्रवाई करने को लेकर कई विकल्प सुझाए हैं।
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सालेह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है कि भारत कई तरीकों से पाकिस्तान के ऊपर कार्रवाई कर सकता है। भारत के पास सर्जिकल एयर ऑपरेशन का विकल्प है, जिसके तहत सैन्य या आतंकवादी ढांचे को बर्बाद किया जा सकता है। भारत पाकिस्तान की वायु, समुद्र और भूमि पर कड़ी नाकाबंदी कर सकता है। इस नाकाबंदी से पाकिस्तान को व्यापारिक हानि और संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
The scenarios …
---विज्ञापन---What additional options does India have beyond the measures already announced to address tensions with Pakistan? Potential options could include:
Surgical Air Operations: Targeted airstrikes against specific military or militant infrastructure while minimizing… https://t.co/fSlE0nDVfS
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) April 23, 2025
भारत को कड़े फैसले लेने की जरूरत
भारत पाकिस्तान के ऊपर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है। अपने राजनयिक संबंधों को पूरी तरह तोड़ सकता है। फिलहाल दोनों देशों के बीच सीधा व्यापार नहीं हो रहा। भारत पाकिस्तान के ऊर्जा संसाधनों पर साइबर हमले कर सकता है। पाकिस्तान के ऊर्जा ग्रिड फेल किए जा सकते हैं। भारत आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तान पूर्ण युद्ध नहीं चाहता, जंग की स्थिति में वह टिक भी नहीं पाएगा। पाकिस्तान के खिलाफ भारत को बड़े कूटनीतिक फैसले लेने होंगे। पाकिस्तान की आर्थिक घेराबंदी करने के लिए भारत को दुनिया के प्रमुख देशों को एकजुट करने की जरूरत है।
आतंकी हमले की निंदा
सालेह ने लिखा कि पाकिस्तान की सेना भारतीय कार्रवाई को घरेलू नियंत्रण बढ़ाने और अपने देश में संभावित मार्शल लॉ लागू करने के अवसर के तौर पर देखती है। भारत से लड़ने के नाम पर सेना खुद के देश को ही बंधक बना सकती है। सालेह ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। सालेह ने आशंका जताई कि अगर आतंकी पकड़े जाते तो संभवत: उनके पास तालिबान से तथाकथित खोए या गायब हथियार मिलते।
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