Israel Evacuated 28 Villages Will There Be War Between Lebanon And Israel: हमास के खिलाफ जारी जंग के बीच अब इजराइल-लेबनान के बीच जंग की तस्वीर उभर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल ने लेबनान बॉर्डर से अपने 28 गांवों को खाली करा दिया है। ये गांव लेबनान बॉर्डर से मात्र 2 किलोमीटर दूर हैं। कहा जा रहा है कि इजराइल-लेबनान के इन सीमावर्ती गांवों में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह की ओर से रह-रहकर फायरिंग की जा रही है, इसलिए इजराइल ने इन गांवों से लोगों को बाहर निकालकर दूसरी जगह शिफ्ट करने में जुट गया है। आशंका जताई जा रही है कि हमास के बाद अब इजराइल का अगला टार्गेट हिजबुल्लाह संगठन है।
लेबनान की ओर से रविवार को की गई गोलाबारी में एक इजराइली सैनिक के मारे जाने और 3 के घायल होने की खबर थी। इसके बाद इजराइली सेना दक्षिणी सीमा पर हमास और अब उत्तरी सीमा पर हिजबुल्लाह को सबक सीखाने की ठान ली है। हालांकि, आधिकारिक रूप से लेबनान की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है कि वो युद्ध का हिस्सा बनना चाहता है या फिर नहीं।
महफूज ठिकानों पर नागरिकों को रख रहा इजराइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल ने लेबनान सीमा से सटे अपने इलाके के लोगों को सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरा रहा है। इजराइल के रक्षा मंत्रालय की ओर से इसकी पुष्टि भी की गई है। बता दें कि हमास की तरह हिज्बुल्ला भी आतंकी संगठन है, जो इजराइल के पड़ोसी देश लेबनान की संरक्षण में काम कर रहा है।
आतंकी संगठन हिजबुल्लाह का उदय 1975 से लेकर 1990 तक चले लेबनान गृहयुद्ध के दौरान हुआ था। ईरान के रिवॉल्कायूशनरी गार्ड्स ने इसकी स्थापना 1982 में की थी। हिजबुल्लाह का उद्देश्य इस्लामी क्रांति को दूसरे मुस्लिम देशों तक पहुंचाना और इजराइली सेना से मोर्चा संभालने के लिए संगठन खड़ा करना था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी संगठन हिज्बुल्ला दहशतगर्दी की कई वारदातों में शामिल रा है। उसने अप्रैल 1983, 1984 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर आत्मघाती हमला कराया था। इसके अलावा 1985 में TWA 847 फ्लाइट को हाईजैक भी किया था। 1996 में सऊदी अरब में खोबार टावर पर हमला भी हिजबुल्लाह ने ही किया था।
अमेरिका समेत कई देशों ने घोषित किया है आतंकी संगठन
हिजबुल्लाह को अमेरिका, इजराइल समेत कई अन्य देशों ने आंतकी संगठन घोषित किया है। शिया मुस्लिम राजनीतिक दल के रूप में बनाया गया संगठन अब आतंकी संगठन बन गया है और पिछले 40 सालों से काम कर रहा है। इस संगठन को ईरान भी अपना समर्थन देता है। हिजबुल्लाह के पास एक लाख लड़ाके होने का दावा कई रिपोर्ट्स में किया गया है। कहा जाता है कि इस आतंकी संगठन के पास कई अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल्स और ड्रोन भी हैं।