इजरायल और ईरान के बीच युद्ध चल रहा है। दोनों देश एक-दूसरे पर लगातार मिसाइलों से हमला कर रहे हैं। इस बीच 27 नवंबर 2020 में ईरान के परमाणु प्रोजेक्ट के मास्टरमाइंड मोहसेन फखरीजादेह की हत्या एक बार फिर चर्चा में है। बताया जाता है कि इजरायल ने ईरान बिना घुसे हाईटेक हथियारों से मोहसेन की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद ईरान हिल गया है। हालांकि इजरायल ने कभी भी अधिकारिक तौर पर इसकी जिम्मेदारी नहीं ली।
27 नवंबर 2020 को मोहसेन फखरीजादेह की हुई थी हत्या
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 27 नवंबर 2020 को मोहसेन फखरीजादेह अपनी पत्नी और सुरक्षाबलों के साथ तेहरान से अबसार्ड शहर में स्थित विला पर जा रहे थे। कुछ दूरी पर सुरक्षाबलों का एक काफिला उनके पीछे-पीछे चल रहा था। बताया जाता है कि सड़क के किनारे एक पिकअप ट्रक खड़ा था। इसी ट्रक के अंदर 7.62 मिमी एफएन मैग मशीन गन छिपी हुई थी। इस हाईटेक मशीन गन में चेहरे की पहचान करने वाली AI, सैटेलाइट लिंक और विस्फोटक लगे हुए थे। ट्रक में और कोई नहीं थी। मशीन को इजरायली एजेंट देश के बाहर से ऑपरेट कर रहे थे।
चेहरे की पहचान कर ताबड़तोड़ की फायरिंग
बताया जाता है कि जैसे ही स्पीड ब्रेकर मोहसेन का काफिला धीमा हुआ तो ट्रक में मौजूद मशीन गन से फायरिंग शुरू हो गई। एक गोली मोहसेन के कंधे पर लगी। इसके बाद वह कार का गेट खोलकर बाहर की तरफ भागे तो उन्हें तीन गोलियां लगी और उनकी मौत हो गई। इस घटना में उनकी पत्नी को कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस ऑपरेशन के दौरान करीब 15 राउंड फायरिंग की गई थी। इसके बाद ईरान में हड़कंप मच गया था।
रोबोट स्नाइपर से की गई हत्या
इस घटना से ईरानी अधिकारी भी दंग रह गए थे। माना जाता है कि इजरायल ने एक रोबोट स्नाइपर जेट से मोहसेन फखरीजादेह की हत्या की थी। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को इस ऑपरेशन का मास्टरमाइंड माना जाता है। हालांकि इजरायल ने आज तक इस हत्याकांड की आधिकारिक रूप से जिम्मेदारी नहीं ली है।