Iran Coal Mine Explosion: ईरान में कोयला खदान में भीषण विस्फोट के बाद मीथेन गैस का रिसाव हुआ, जिसके कारण अब तक खदान में काम कर रहे 30 मजदूर मारे जा चुके हैं और 15 से ज्यादा घायल हुए हैं। 20 से ज्यादा खनिक अभी भी अंदर फंसे हुए हैं, जिनके बचने की उम्मीद न के बराबर जताई जा रही है।
विस्फोट शनिवार देर रात हुआ और धमाके के समय खदान के अंदर 70 लोग काम कर रहे थे। ईरान के सरकारी मीडिया ने हादसे की पुष्टि की और बताया कि जिस खदान में हादसा हुआ है, वह तेहरान से लगभग 450 किलोमीटर दूर तबास में स्थित है। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भी हादसे की पुष्टि की है और इसकी जांच रिपोर्ट तलब कर ली है।
राष्ट्रपति के फंसे लोगों को बचाने के आदेश
ईरान के प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद जावेद क़ेनात ने सरकारी मीडिया को बताया कि शनिवार रात को अचानक खदान में धमाका हो गया। इसके बाद खदान में काम कर रहे लोगों में हड़कंप मच गया। बचाव करते हुए कुछ खनिक बाहर निकलने में कामयाब हो गए। वहीं जो खनिक अंदर फंस गए, उनके अभी तक जिंदा होने की पुष्टि हुई है।
खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए न्यूयॉर्क जाने की तैयारी कर रहे हैं, इस बीच यह हादसा होने से वे दुखी हैं। उन्होंने खदान के अंदर फंसे हुए लोगों को बचाने और उनके परिवारों की सहायता करने के लिए सभी प्रयास करने के आदेश दिए हैं।
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अब से पहले भी हो चुके ऐसे हादसे
बता दें कि ईरान न केवल तेल उत्पादक देश है, बल्कि यहां कई खनिज पदार्थों का भंडार है। ईरान में पूरी करीब 3.5 मिलियन टन कोयले की खपत होती है, जबकि ईरान की खदानों से सिर्फ 1.8 मिलियन टन कोयला ही निकलता है। ईरान में कोयले की खदान में पहली बार हादसा नहीं हुआ है। साल 2013 में 2 हादसे हुए थे, जिनमें 11 लोग मरे थे। 2009 में हुए एक हादसे में 20 मज़दूर मारे गए थे। साल 2017 में कोयला खदान हुए धमाके में 42 लोग मारे गए थे और अब साल 2024 में हादसा हुआ है।
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