Indias most wanted terrorist: पिछले काफी समय से भारत की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल आतंकियों की हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला पाकिस्तान में शाहिद लतीफ का है, जो पठानकोट एयर फोर्स स्टेशन पर हमले का मास्टर माइंड था। लतीफ जैश-ए-मोहम्मद का सियालकोट कमांडर भी था। जिसकी हत्या सियालकोट में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर कर दी।
यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई आतंकी विदेश में मारे गए हैं। जिनकी भारत को तलाश थी। इससे पहले कनाडा के सरे में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को मौत के घाट उतारा गया था। आगे विस्तार से उन आतंकियों के बारे में बात कर रहे हैं, जिनको विदेश में मौत मिली।
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- शाहिद लतीफ जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी था। उसको ही 2016 में हुए पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमले में वायु सेना के 7 कर्मी शहीद हुए थे। जिसके बाद से एनआईए ने उसे वांटेड लिस्ट में शामिल कर लिया था। उसकी हत्या पाकिस्तान के सियालकोट जिले के दस्का शहर में हुई है। उसे मस्जिद के बाहर हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया।
- रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम भी विदेश में मारा गया। लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) को जनवरी 2023 में हुए ढांगरी अटैक का मास्टरमाइंड माना जाता है। राजौरी के गांव में 1 जनवरी को हमला हुआ था। जिसमें 7 लोग मारे गए थे। 14 लोग घायल हुए थे। रियाज अहमद की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में हत्या की गई थी। अल-कुदुस मस्जिद के अंदर उसे गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था।
- हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भारत और कनाडा में तनाव चल रहा है। निज्जर को 2020 में मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल किया गया था। कनाडा के सरे शहर में उसे जून 2023 को दो हमलावरों ने शूट किया था। निज्जर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के लिए काम कर रहा था। वह संगठन के लिए भर्ती और ट्रेनिंग का काम देखता था। यही नहीं, वह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नामक संगठन में सक्रिय था।
- बशीर अहमद पीर की हत्या भी पाकिस्तान में हुई। उसे रावलपिंडी में दुकान के बाहर अज्ञात लोगों ने गोली मारी थी। बशीर कश्मीर में आतंकियों की भर्ती करता था। वह घुसपैठ के कई मामलों में शामिल था। वह हिज्ब-उल-मुजाहिदीन संगठन के कमांडर के तौर पर सक्रिय था।
- इसी साल फरवरी में सैयद खालिद रजा की हत्या की गई थी। रजा आतंकी संगठन अल-बद्र का कमांडर था। उसे कराची में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
- अगला जिक्र आता है मिस्त्री जहूर इब्राहिम का। जिसे कराची में बाइक सवारों ने मौत के घाट उतारा। जहूर ही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी 814 को अगवा करने वालों के साथ था। उसके अलावा चार और लोग वारदात में शामिल थे। 24 दिसंबर 1999 को इस विमान को अफगानिस्तान के कंधार में ले जाया गया था।
- परमजीत सिंह पंजवार को भी लाहौर में दो बंदूकधारियों ने लाहौर में मौत के घाट उतार दिया ता। वह खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) का सरगना था। उसे ही खालिस्तान आतंकवाद को पुनर्जीवित करने में शामिल माना जाता है। पंजवार मर्डर, किडनैप, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में शामिल था।
- लाल मोहम्मद भी विदेश में मारा गया। 19 सितंबर को उसे नेपाल की राजधानी काठमांडू में मारा गया। 55 साल के आतंकी को मोहम्मद दर्जी के नाम से भी जाना जाता है। वह आईएसआई को नकली नोटों की सप्लाई करने वाला सबसे बड़ा सप्लायर था।