---विज्ञापन---

नरम पड़े कनाडा के तेवर; भारतीयों को 6 बैंड पर मिलेगा स्टडी वीजा, 99 फीसदी को दे भी दिया

canada government issued visa of 99 Indian Student: कनाडा की ट्रूडो सरकार ने एक और अहम फैसला लिया है, जिसके मुताबिक कनाडा सरकार ने 99 प्रतिशत छात्र वीजा जारी कर दिए हैं, जिससे छात्रों को काफी राहत मिलेगी।

Edited By : Balraj Singh | Updated: Nov 9, 2023 23:48
Share :

नई दिल्ली: भारत सरकार की लगातार सख्ती से कनाडा सरकार नरम पड़ गई है। पहले तो रिश्ते में कई दिक्कतें आईं, लेकिन अब कनाडा सरकार लगातार नरम होती जा रही है। इसके तहत ट्रूडो सरकार ने एक और अहम फैसला लिया है, जिसके मुताबिक कनाडा सरकार ने 99 प्रतिशत छात्र वीजा जारी कर दिए हैं, जिससे छात्रों को काफी राहत मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, कनाडा में पढ़ने वाले विभिन्न देशों के 40 फीसदी छात्र भारतीय हैं। यह भी बता दें कि यहां सिखों की आबादी सबसे ज्यादा है। सिखों ने कनाडा के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कनाडा ने स्टूडेंट वीजा जारी कर रिश्ते सुधारने की मिसाल पेश की है. यह शिक्षा उद्योग के लिए एक बड़ी राहत होगी, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण छात्र वीजा पर काम करना मुश्किल हो रहा था।

दोनों देशों के बीच खराब संबंधों के कारण छात्र दबाव में थे

पहले जब कनाडा और भारत के रिश्ते खराब थे तो कनाडा जाने वाले छात्र दबाव में आ जाते थे, उन्हें लगता था कि उनका विदेश जाने का सपना पूरा नहीं हो पाएग,  लेकिन कनाडा सरकार की नई पहल से छात्रों के मन में उम्मीद की किरण जगी है। कनाडा ने भारतीय छात्रों को राहत देने का फैसला किया है, यह भारतीयों खासकर पंजाब के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राहत की बात ये है कि अब ट्रूडो सरकार ने 99 फीसदी स्टडी वीजा जारी करना शुरू कर दिया है। कनाडा सरकार पहले केवल 60 वीजा जारी करती थ, लेकिन अब उसने इसकी दर बढ़ाकर 99 फीसदी कर दी है।

---विज्ञापन---

ट्रूडो सरकार ने दी दो राहतें

इतना ही नहीं, ट्रूडो सरकार ने भारतीय छात्रों को दो और राहतें दी हैं। इसके तहत पहले स्टूडेंट वीजे के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को प्रत्येक विषय से 6 बैंड प्राप्त करना अनिवार्य था, लेकिन 6 से अधिक बैंड पाने वाले छात्र भी स्टडी वीजे के लिए पात्र होंगे। यानी अब जिनके पास 6 बैंड हैं उन्हें स्टडी वीजा आसानी से मिल जाएगा।

यह भी पढ़ें: पाब्लो पिकासो की ‘Woman With A Watch’ पेंटिंग की हुई निलामी, 1100 करोड़ रुपए से ज्यादा में बिकी

अधिकांश छात्र 5 बैंड से आते हैं

पहले छात्र अधिकतर लिखने-पढ़ने में 5-5 बैंड लेकर खुद को परेशानी में डाल लेते थे। संख्या कम होने के कारण उनके वीजे भी रद्द कर दिए गए। लेकिन कनाडा सरकार द्वारा लिए गए नए फैसले के तहत ऐसा नहीं होगा. यानी अब चार विषयों में से 6 बैंड पाने वालों का कनाडा जाने का सपना पूरा हो जाएगा। इतना ही नहीं, अब अगर कोई आईईएलटीएस टेस्ट पास नहीं कर पाता है तो उसे अतिरिक्त सुविधा दी गई है। जिसके तहत उन्हें अंग्रेजी के पियर्सन टेस्ट की सुविधा दी गई है। आईईएलटीएस के साथ पीटीई टेस्ट बहुत आसान माना जाता है, जिसे पास करके अब छात्र कनाडा का स्टडी वीजा पा सकते हैं।

वीज़ा की सफलता दर 99 प्रतिशत तक पहुंच गई

कनाडा सरकार ने पिछले दो महीनों में पंजाब के छात्रों के लिए दो तरह के वीजा जारी किए हैं। एक, जिनके पास हर श्रेणी से 6 बैंड हैं और दूसरे, जिनके पास कुल मिलाकर 6 बैंड हैं, उन्हें भी वीजा जारी किया गया है। इससे वीजा आवेदकों की सफलता दर 99 फीसदी तक पहुंच गई है और अब तो कनाडा जाने वालों की लंबी लाइन लग गई है. 2024 का सितंबर सत्र छात्रों से भरा रहेगा।

यह भी पढ़ें: युद्ध में शहीद सैनिकों के ‘शुक्राणु’ इकट्ठा कर रहा इजराइल, आखिर क्या है प्लानिंग?

लोग शिक्षा पर हर साल 68,000 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं

न केवल पंजाब बल्कि पूरे भारत के छात्र कनाडा में पढ़ाई के लिए हर साल भारी रकम खर्च कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के छात्र कनाडा में पढ़ाई के लिए हर साल 68,000 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। इस समय पंजाब से करीब 3 लाख 40 हजार छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं। कनाडा सरकार ने 2022 में 2,26,450 छात्रों को पढ़ाई के लिए भेजा था। इनमें से 1 लाख 36 हजार पंजाब के थे। 2008 में 38 हजार पंजाबी छात्रों ने अध्ययन वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन अगर वर्तमान समय की बात करें तो वीजे की पढ़ाई का चलन काफी बढ़ गया है।

कनाडा सरकार ने नियमों में ढील दी

ट्रूडो सरकार द्वारा छात्रों के प्रति लिए गए राहत भरे फैसले के कारण पिछले दो महीनों में अध्ययन वीजे दर 99 प्रतिशत तक पहुंच गई है। केवल एक प्रतिशत छात्रों को वीज़ा प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनके दस्तावेज़ों में कुछ कमियां थीं। अन्यथा स्टडी वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी छात्रों को वीजा मिल गया होता। सूत्रों का कहना है कि भले ही दस्तावेजों को लेकर दिक्कतें हैं, लेकिन पढ़ाई के लिए छात्रों की पहली पसंद कनाडा है। ग्रे मैटर वीज़ा की एमडी सोनिया धवन का कहना है कि कनाडा ने भारतीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए अपने नियमों में ढील दी है। अब पीटीई टेस्ट उन छात्रों के लिए भी मान्य होगा जो आईईएलटीएस नहीं कर सकते, यानि पीटीई कर चुके छात्रों को भी स्टडी वीजा मिलेगा।

HISTORY

Edited By

Balraj Singh

First published on: Nov 09, 2023 11:12 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें