---विज्ञापन---

कुर्सी, मेज, गद्दा… इमरान खान ऐसे काट रहे सजा, जानें 118 साल पुराने जेल का क्या है इतिहास?

Imran khan In Attock Jail: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भ्रष्टाचार के मामले में अटक जेल में सजा काट रहे हैं। शनिवार को कोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी। फिलहाल, इमरान खान को अटक जेल में बंद रखा गया है। पंजाब जेल विभाग की ओर से इमरान खान को ‘बी कैटेगरी’ […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Aug 7, 2023 11:58
Share :
Imran Khan, Attack Jail, Pakistan News, toshkhana case, Imran khan In Attock jail, Imran khan arrested, imran khan jailed for 3 years

Imran khan In Attock Jail: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भ्रष्टाचार के मामले में अटक जेल में सजा काट रहे हैं। शनिवार को कोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई थी। फिलहाल, इमरान खान को अटक जेल में बंद रखा गया है। पंजाब जेल विभाग की ओर से इमरान खान को ‘बी कैटेगरी’ की सुविधाएं दी गईं हैं।

एक अंदरूनी सूत्र के मुताबिक, इमरान खान को अटक जेल में शिफ्ट करने की योजना के बारे में जेल अधिकारियों को ‘बिल्कुल अंधेरे में’ रखा गया था। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद कर रहे थे कि पूर्व प्रधानमंत्री को अदियाला जेल ले जाया जाएगा, लेकिन उन्हें योजना में बदलाव के बारे में तब पता चला जब पीटीआई अध्यक्ष को अटक जेल से बाहर लाया गया।

पूर्व प्रधानमंत्री को ‘9×11 फीट सेल’ में रखा

पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद क़ुरैशी ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘9×11 फीट सेल’ में रखा जा रहा था। उन्होंने कहा कि पीटीआई सोमवार (आज) को इमरान खान की रिहाई के लिए आवेदन दाखिल करने की पूरी कोशिश करेगी।

संघीय कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने कहा कि इमरान खान के पास अभी भी फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार है और तोशाखाना केस में उन्हें दी गई सजा कानून के अनुसार ही है। मंत्री ने कहा कि पीटीआई अध्यक्ष को अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका दिया गया था, लेकिन 40 अदालती समन जारी होने के बावजूद वह केवल तीन सुनवाई में शामिल हुए।

अटक जेल में बी-क्लास सुविधाओं में क्या-क्या?

एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने कहा कि इमरान खान को पाकिस्तान जेल नियम 1978 के तहत ‘दोषी कैदी’ को प्रदान की जाने वाली सभी सुविधाएं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि नियमों के तहत कैदियों को तीन यानी श्रेष्ठ, सामान्य और राजनीतिक कैटेगरी में बांटा गया है।

बी-क्लास के तहत, पीटीआई अध्यक्ष को किताबें, पसंद के समाचार पत्र, एक मेज, एक कुर्सी, एक 21 इंच का टेलीविजन, एक गद्दा, कपड़े और जेल का खाना, बैरक में बाथरूम की सुविधा दी गई है। अधिकारी ने कहा कि उन्हें बाहर से खाना लाने की इजाजत नहीं होगी। बिजली आपूर्ति निलंबित होने की स्थिति में लैंप प्राप्त करने की अनुमति दी गई है।

उन्होंने कहा कि जब इमरान खान को शनिवार को जेल लाया गया तो उनका स्वास्थ्य अच्छा था। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री सप्ताह में एक बार अपने परिवार और वकील से मिल सकते हैं। अतिरिक्त लेकिन सीमित सुविधाएं पाने के लिए उसे जेल अधीक्षक से अनुमति लेनी होगी।

वहीं, जेल के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि इमरान खान के लिए जेल में एक वीवीआईपी सेल तैयार किया गया था। लेकिन, सेल में कोई एयर कंडीशनिंग सुविधा नहीं है लेकिन अंदर एक पंखा, बिस्तर और एक शौचालय है।

अटक में कैद होने वाले पहले पूर्व प्रधानमंत्री हैं इमरान खान

बता दें कि इमरान खान पहले पूर्व प्रधानमंत्री हैं जिन्हें अटक जेल में बंद किया गया है। इमरान से पहले अटक जेल में पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ के बेटे हुसैन नवाज, पूर्व मुख्यमंत्री केपी सरदार महताब अहमद खान, पूर्व संचार मंत्री आजम खान और एमक्यूएम नेता डॉ फारूक सत्तार सजा काट चुके हैं। इस साल की शुरुआत में पीटीआई नेता शाह महमूद क़ुरैशी को भी इसी जेल में रखा गया था।

इससे पहले पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को 10 साल के निर्वासन पर जेद्दा भेजे जाने से पहले 1999 में अटक किले में कैद किया गया था।

क्या है अटक जेल का इतिहास?

बता दें कि अटक जेल और किला एक दूसरे से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अलग-अलग परिसर हैं। किला अटक खुर्द में 1581-83 में मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान ख्वाजा शम्सुद्दीन खवाफी की देखरेख में नदी के मार्ग की सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यह किला खैबर पख्तूख्वा प्रांत की सीमा से लगे सिंधु नदी के तट पर स्थित है। किले का प्रवेश द्वार रावलपिंडी-पेशावर जीटी रोड की तरफ से है।

दूसरी ओर, अटक जेल रावलपिंडी-पेशावर रेलवे ट्रैक के किनारे शहर के मध्य में स्थित है। इसका निर्माण ब्रिटिश शासकों ने 1905-06 में 67 एकड़ में करवाया था। ब्रिटिश शासकों ने जेल का उपयोग ज्यादातर विद्रोह में शामिल लोगों को हिरासत में लेने के लिए किया था। अब इसे देश की उच्च सुरक्षा वाली जेल माना जाता है जहां आम तौर पर कठोर विचाराधीन कैदियों को रखा जाता है।

पीटीआई ने रिहाई की मांग की

पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद क़ुरैशी की अध्यक्षता में पीटीआई कोर कमेटी की एक बैठक में इमरान खान की तत्काल रिहाई की मांग की गई, उन्होंने कहा कि जेल में इमरान खान की जान को खतरा है। बैठक में इमरान खान को अदियाला जेल के बजाय अटक में रखने और उनकी कानूनी टीम को उनसे मिलने की अनुमति नहीं देने पर चिंता व्यक्त की गई। समिति ने यह भी सवाल किया कि इस्लामाबाद पुलिस के बजाय पंजाब पुलिस ने इमरान खान को क्यों गिरफ्तार किया था?

उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या इमरान खान की मेडिकल जांच कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार की गई थी और यदि ऐसा था तो रिपोर्ट पार्टी और वकीलों के साथ साझा क्यों नहीं की जा रही थी। एक वीडियो बयान में शाह महमूद क़ुरैशी ने दावा किया कि अटक जेल में बी-क्लास सुविधाओं का अभाव है। हालांकि, जेल विभाग ने इस दावे का खंडन किया है।

HISTORY

Written By

Om Pratap

First published on: Aug 07, 2023 11:58 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें