Crime Thriller Stories: जब भी आप हैलो किट्टी के बारे में सोचते होंगे तो आमतौर पर आपके दिमाग में एक क्यूट सी पिंक की बिल्ली सामने आती होगी, जो छोटी बच्चियों में बहुत लोकप्रिय है। हालांकि एक समय ऐसा था कि इसका नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में एक खतरनाक केस सामने आ जाता था। यहां तक कि इस केस को हैलो किट्टी केस के नाम से ही जाना जाता है। हेलो किट्टी मर्डर केस 1999 में चीन का सबसे चर्चित केस था। ये मर्डर केस हांगकांग में हुआ था, मगर ये इतना हिंसात्मक था कि इसके बारे में सोचते हुए रूह कांप जाती है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
क्या है हेलो किट्टी केस?
ये घटना हांगकांग लाई यिउ एस्टेट में एक नाइट क्लब में हुई, क्लब में काम करने वाली एक लड़की ने क्लब के नियमित कस्टमर का पर्स चुरा लिया था। इसके बाद उस लड़की को किडनैप कर लिया गया और त्सिम शा त्सुई, कोवलून के एक अपार्टमेंट में कई दिनों तक प्रताड़ित किया गया और उसका बलात्कार किया गया। इस लड़की का नाम फैन मैन-यी था, जो केवल 23 साल की थी। इसकी मौत 14 और 16 अप्रैल 1999 के बीच हुई थी। मरने से पहले तीन पुरुषों और एक लड़की ने उसे किडनैप लिया था। लड़की के मरने के बाद उन्होंने उसके शरीर को काट दिया गया था और उसकी खोपड़ी को हेलो किट्टी मरमेड के अंदर रख दिया गया था।
कौन थी फैन मैन-यी?
फैन मैन-यी का जन्म शेन्जेन में 1976 में हुआ था, जिसको उसके परिवार ने बचपन में ही छोड़ दिया था,। इसके कारण मैन-यी ने अपना बचपन मा ताऊ वाई में लड़कियों के अनाथालय में बिताया, मगर 15 साल उम्र में उसे अनाथालय भी छोड़ना पड़ा क्योंकि वहां केवल 15 साल तक के बच्चे ही रह सकते थे।
फैन मैन-यी बेघर हो गई थी और उसे नशे की लत में भी लग गई थी। इसके कारण उसको मजबूरन सड़क पर वेश्यावृत्ति करनी पड़ी और 21 साल की उम्र में उसने शाम शुई पो में स्थित रोमांस विला नामक वेश्यालय में काम करना शुरू कर दिया। फैन ने 1996 में अपने एक कस्टमर् एनजी ची-युएन से शादी कर ली, जो कि एक ड्रग एडिक्ट था। उसने दो साल बाद नवंबर 1998 में अपने बेटे को जन्म दिया, जो उसकी हत्या से लगभग पाॆच महीने पहले हुआ था।
फैन का पति को एक बुरा आदमी था और उनके मोंग कोक अपार्टमेंट बिल्डिंग के पड़ोसियों ने बताया कि वे दोनों हमेशा झगड़ते रहते और बच्चे के चीखने-चिल्लाने की आवाजे आती रहती थी। अपने बेटे की रक्षा करने और उसे एक सुरक्षित जीवन देने के लिए फैन अपने जीवन को बदलने का फैसला किया। उसने ड्रग्स और वेश्यावृत्ति छोड़ दीऔर एम्प्रेस कराओके क्लब नामक एक नाइट क्लब में होस्ट के रूप में नौकरी कर ली और अपनी हत्या से कुछ समय पहले अपने हिंसक पति को छोड़ दिया। हालांकि इससे कारण, उसकी आय बहुत कम हो गई और उसे अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में संघर्ष करना पड़ा।
किडनैपिंग और मर्डर
फैन मैन-यी का एक डेली कस्टमर था, जिसका नाम चैन मैन-लोक था। 33 वर्षीय चैन अपनी हरकतों पहले ही संदिग्ध थी। उसने मिडिल स्कूल से ड्रग तस्करी दोषी ठहराया जा चुका था। 1999 की शुरुआत में फैन ने चैन का बटुआ चुरा लिया, जिसमें लगभग लगभग 500 डॉलर यानी अब के समय के 42,431रुपये थे। जब चैन को एहसास हुआ कि क्या हुआ है, तो उसने फैन से अपनी फीस के अलावा पैसे वापस करने की मांग की। हालांकि फैन ने तुरंत चोरी की गई रकम वापस कर दी।
17 मार्च 1999 को फैन को लाइ यिउ एस्टेट के फू यिउ सेक्शन में उसके फ्लैट से तीन पुरुषों और एक लड़की ने अगवा कर लिया। चैन और उसके साथी लाउ मिंग-फोंग, लेउंग वाई-लुन और 26 वर्षीय लेउंग शिंग-चो फैन को 31 नंबर ग्रैनविले रोड, सिम शा त्सुई के एक अपार्टमेंट में ले गए, जहां उन्होंने उसे एक महीने तक कैद रखा।
अपार्टमेंट को चैन ने खुद किराए पर लिया था। शुरू में, चैन ने फैन को दूसरे आदमियों के पास बेचकर पैसे कमाने की कोशिश की। अपहरण से पहले, लेउंग वाई-लुन और लेउंग शिंग-चो दोनों ग्रैनविले रोड के पास एक रिटेल स्टोर में काम करते थे। इन सभी लोगों ने फैन को प्रताड़ित किया और उसे धातु की सलाखों से पीटा गया और कभी-कभी उसे रस्सी से बांधकर पंचिंग बैग की तरह भी इस्तेमाल किया। इसके अलावा फैन के सिर पर लगभग पचास बार लात मारी गई।
फैन के घावों पर मसाले रगड़े गए, उसके पैरों और पंजों को मोमबत्ती के मोम और गर्म प्लास्टिक से जलाया गया ताकि वह चल न सके। इसके अलावा उसे मुस्कुराने और यह कहने के लिए मजबूर किया गया कि उसे पिटाई में मजा आ रहा है; अगर वह मना करती, तो उसे और भी कठोर यातनाएं दी जातीं। इसके कारण आखिर में उसकी मृत्यु हो गई।
क्यों पड़ा हैलो किट्टी नाम?
14 अप्रैल या 15 अप्रैल 1999 के बीच फैन ने अपने घावों के कारण दम तोड़ दिया। फैन के मरने के बाद उसके अपहरणकर्ताओं ने उसे कई टुकड़ों में काट दिया और उसके सिर को उबाल दिया। उसकी खोपड़ी को मृत कीड़ों से भरी हैलो किट्टी मरमेड डॉल के अंदर सिल दिया गया था जबकि शरीर के बाकी हिस्सों को फेंक दिया गया था। इसी कारण इस केस का नाम हैलो किट्टी केस पड़ा।
28 मई की सुबह-सुबह SWAT अधिकारियों ने चैन के अपार्टमेंट पर छापा मारा और उसे शेक लेई एस्टेट के शेक निंग सेक्शन में एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया।
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