China Responds America: चीन के 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने पर अमेरिका को दोटूक और करारा जवाब दिया है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से सख्त लहजे में बयान जारी किया गया है कि अमेरिका की ट्रंप सरकार चीन के खिलाफ जिस तरह के कदम उठा रही है, उससे नुकसान चीन के साथ उनका भी होगा. द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार संबंध खराब होंगे, तनाव बढ़ेगा और दरार गहरी हो जाएगी. चीन बस लड़ना नहीं चाहता, लेकिन चीन लड़ने से डरता नहीं है और अगर जरूरत महसूस हुई तो अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
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चीन पर क्यों लगा 100 प्रतिशत टैरिफ?
बता दें कि चीन ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर अपना कंट्रोल बढ़ाते हुए विदेश निवेश और इसकी सप्लाई पर लोग रोक लगा दी है. चीन के आदेशानुसार, 17 रेयर अर्थ एलिमेंट्स में से होल्मियम, एर्बियम आदि 5 एलिमेंट्स अब सैन्य उपयोग के लिए सप्लाई नहीं किए जाएंगे. इस आदेश से अमेरिका नाराज हुआ और चीन के सामान पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया, जो एक नवंबर 2025 से लागू होगा. साथ ही चीन से AI चिप्स और सॉफ्टवेयर्स के निर्यात पर भी रोक लगा दी. इस वर्किंग ने चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार को बढ़ा दिया है.
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अमेरिका और चीन में ऐसे बढ़ा तनाव
रेयर अर्थ एलिमेंट्स (REE) टेक्नोलॉजी, रक्षा उपकरण, इलेक्ट्रिक वाहन, स्मार्टफोन और अन्य गैजेट बनाने में इस्तेमाल रहते हैं. रेयर अर्थ एलिमेंट्स में गैलियम, जर्मेनियम, एंटीमोनी स्कैंडियम, यट्रियम और लैंथेनाइड्स आदि शामिल हैं. इन ऐलिमेंट्स का खनन और प्रोसेसिंग महंगा और पर्यावरणीय रूप से हानिकारक है, लेकिन इन एलिमेंट्स पर चीन का 90% से ज्यादा कंट्रोल है और अमेरिका इन एलिमेंट्स पर काफी निर्भर करता है, लेकिन चीन 1990 से इन एलिमेंट्स पर अपना कंट्रोल बढ़ाता आ रहा है. अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान ने साल 2012 में चीन की शिकायत WTO से की है.