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नवजातों की सीरियल किलर: 33 साल की नर्स को कोर्ट ने सुनाई बड़ी सजा

Nurse Lucy Letby: कहते हैं डॉक्टर-नर्स भगवान का रूप होते हैं, लेकिन जब जन्म देने वाले ही जान ले लें तो इससे भयानक कुछ नहीं हो सकता। ब्रिटेन की नर्स लुसी लेटबी ने ऐसा ही शर्मनाक काम किया था। लेटबी पर एक साल के दौरान अस्पताल में सात शिशुओं की हत्या और छह अन्य को […]

Author Edited By : Pushpendra Sharma Updated: Aug 22, 2023 00:05
Nurse Lucy Letby Sentence Whole-life Prison
Nurse Lucy Letby Sentence Whole-life Prison

Nurse Lucy Letby: कहते हैं डॉक्टर-नर्स भगवान का रूप होते हैं, लेकिन जब जन्म देने वाले ही जान ले लें तो इससे भयानक कुछ नहीं हो सकता। ब्रिटेन की नर्स लुसी लेटबी ने ऐसा ही शर्मनाक काम किया था। लेटबी पर एक साल के दौरान अस्पताल में सात शिशुओं की हत्या और छह अन्य को मारने की कोशिश करने का आरोप लगा था।

आजीवन कारावास की सजा

कोर्ट ने अब उसे दोषी करार दिया है। मैनचेस्टर की एक अदालत ने फैसला सुनाते हुए लेटबी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वह ताउम्र जेल में रहेगी। हालांकि नर्स ने सजा के लिए अदालत में उपस्थित होने से इनकार कर दिया था। मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट के जज जस्टिस गॉस ने लेटबी को दुर्लभ सजा सुनाई। उन्होंने सजा सुनाते हुए कहा- “आपके कार्यों की क्रूरता वास्तव में भयानक थी। आप अपना शेष जीवन जेल में बिताएंगी।”

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क्या है पूरा मामला?

33 साल की लुसी लेटबी को 5 बच्चों और 2 बच्चियों की हत्या का दोषी ठहराया गया। जिससे वह आधुनिक इतिहास में यूरोप की सबसे बड़ी चाइल्ड सीरियल किलर में से एक बन गई। जानकारी के अनुसार, जून 2015 और जून 2016 के बीच उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल की नवजात इकाई में बच्चों की मौत की सिलसिलेवार घटनाओं को अंजाम दिया।

पांच गुना अधिक गति से मर रहे थे बच्चे

अधिकारियों को पता चला कि बच्चे सामान्य वार्षिक दर से पांच गुना अधिक गति से मर रहे थे। जून 2015 में जब दो सप्ताह के भीतर तीन शिशुओं की मृत्यु हो गई तो नवजात इकाई के प्रमुख सलाहकार डॉ. स्टीफन ब्रेरी ने जांच शुरू की। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला कि लेटबी तीनों मौतों के लिए ड्यूटी पर थी। जब उसी साल अक्टूबर में दो और शिशुओं की मृत्यु हो गई, तो डॉ. ब्रेरी को गड़बड़ी का संदेह होने लगा।

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अधिकारियों को नहीं हुआ भरोसा 

उन्होंने नर्सिंग निदेशक के सामने इस मामले को रखा। उन्होंने लेटबी को ड्यूटी से हटाने की भी मांग की थी। आखिरकार ऐसा हुआ और संदिग्ध मौतें रुक गईं। हालांकि अस्पताल के अन्य अधिकारियों को इस बात पर भरोसा नहीं हुआ कि इसमें लेटबी का हाथ था। पुलिस को अंततः मार्च 2017 में जांच के लिए लाया गया और लेटबी को 3 जुलाई को चेस्टर में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि अदालत ने अभियोजन पक्ष की इस दलील का खंडन किया कि लेटबी ने पीड़ितों पर या तो हवा का इंजेक्शन लगाकर, दूध पिलाकर या उन्हें इंसुलिन जहर देकर मारा।

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Edited By

Pushpendra Sharma

First published on: Aug 22, 2023 12:05 AM

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