BRICS Summit 2025 Inside Story: प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के रियो डी जेनेरो शहर में 6 जुलाई 2025 को ब्रिक्स समिट में हिस्सा लिया। 2 दिवसीय 17वें ब्रिक्स समिट में सभी 11 सदस्य देशों भारत, ब्राजील, चीन, रूस, इंडोनेशिया, ईरान, इजिप्ट, UAE, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका और इथोपिया के प्रतिनिध मौजूद रहे। भारत की ओर से प्रधानमंत्री मौदी मौजूद रहे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल-फतह अल-सिसी समिट में नहीं आए। वहीं प्रधामनंत्री मोदी ने समिट में सदस्य देशों की सहमति से 18वें ब्रिक्स समिट 2026 की मेजबानी स्वीकार की। ब्रिक्स देशों के नेताओं ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCC) के 33वें समिट की मेजबानी के लिए भारत की उम्मीदवारी का भी स्वागत किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi holds a bilateral meeting with Miguel Díaz-Canel, President of Cuba, on the sidelines of the 17th BRICS Summit in Rio de Janeiro, Brazil.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/AlrhpFMuxB
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) July 6, 2025
शिखर सम्मेलन से पहले वित्त मंत्रियों की बैठक
बता दें कि ब्रिक्स समिट से पहले वित्त मंत्रियों की बैठक भी हुई, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्त्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान, सऊदी अरब और UAE के विदेश मंत्री शामिल हुए। बैठक के बाद विदेश मंत्रियों ने जॉइंट स्टेटमेंट में टैरिफ को लेकर और इसके लिए किए जा रहे समाधानों पर चिंता जताई। बयान में कहा गया कि टैरिफ के लिए किए जा रहे उपाय विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के अनुरूप नहीं हैं। वे अंतरराष्ट्रीय व्यापार को अव्यवस्थित करते हैं। वैश्विक अर्थव्यवथा को अनिश्चित और अस्थिर बनाते हैं।
मलेशिया के प्रधानमंत्री से मिले PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए प्रधानमंत्री इब्राहिम का आभार जताया। दोनों नेताओं ने रक्षा, आतंकवाद, शिक्षा, व्यापार और निवेश सहित भारत-मलेशिया की व्यापक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने भारत-आसियान समिट में साझेदारी पर भी विस्तार से चर्चा की।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi holds a bilateral meeting with Anwar Ibrahim, Prime Minister of Malaysia, on the sidelines of the 17th BRICS Summit in Rio de Janeiro, Brazil.
(Source: ANI/DD) pic.twitter.com/XQOIPpQ0PR
— ANI (@ANI) July 6, 2025
क्यूबा के राष्ट्रपति से PM मोदी की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज-कैनेल से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग, जैव प्रौद्योगिकी, फार्मा, आयुर्वेद, पारंपरिक चिकित्सा, डिजिटल, UPI, आपदा प्रबंधन सहित भारत-क्यूबा के द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श किया।
PM मोदी की आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता
17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ‘शांति और सुरक्षा’ विषय पर सेशन में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर कोई देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवाद का समर्थन करता है तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। हमें एकजुट होकर, एक आवाज में आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। आतंकवाद की निंदा करना हमारा ‘सिद्धांत’ होना चाहिए। आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। आतंकवाद के पीड़ितों और समर्थकों को एक ही तराजू पर नहीं तौला जा सकता। आतंकवाद आज सबसे गंभीर चुनौती बनकर उभरा है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला भारत की आत्मा, पहचान और गरिमा पर सीधा हमला था।
आतंकवाद और आतंकी हमले की निंदा
17वें ब्रिक्स समिट के बाद जारी जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि ब्रिक्स के सदस्य देश पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हैं। आतंकवाद को किसी भी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से जोड़ा नहीं जाना चाहिए। आतंकवादी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों और उनके समर्थकों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। आतंकियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। आतंकवाद को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे और आतंकवाद का खात्मा करने के लिए एकजुट होकर आपसी सहयोग करेंगे।