Bilawal Imran Supporters: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों को राजनीतिक आतंकी बताया है। इमरान की गिरफ्तारी के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों में हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं पर बिलावल भुट्टो ने कहा कि राजनीतिक आतंकियों से आखिर बातचीत कैसे की जा सकती है।
भुट्टो ने शनिवार को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान की जेल से रिहाई का जिक्र किया और कहा कि देश की न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक होती जा रही है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, भुट्टो ने कहा कि इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों के साथ बातचीत नहीं हो सकती, जिन्हें वे आतंकवादियों से कम नहीं समझते थे।
बिलावल बोले- हमने बातचीत का समर्थन किया
बिलावल ने कहा कि हमने हमेशा बातचीत का समर्थन किया और यहां तक कि अपने सहयोगियों को भी इसके लिए राजी किया। लेकिन, हम आतंकवादियों से कैसे बातचीत कर सकते हैं? हम केवल उनसे बातचीत कर सकते हैं जो आतंकवाद की निंदा करते हैं और खुद को इन राजनीतिक आतंकवादियों से अलग करते हैं।”
न्यायपालिका की तुलना ‘टाइगर फोर्स’ से की
अपनी पार्टी की रैली में बिलावल भुट्टो ने कई मामलों में इमरान खान को दी गई जमानत की निंदा की और व्यवस्था में न्यायाधीशों की प्रकृति पर टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और न्यायपालिका या किसी भी अंग को पार्टी की टाइगर फोर्स बनने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “जब हम लोकतंत्र को बहाल करते हैं, तो न्यायपालिका जरूरत से ज्यादा राजनीतिक हो जाती है और जब तानाशाही होती है, तो वे चुप रहते हैं। उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार तोड़फोड़ और हिंसा फैलाने वालों की सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान करेगी और एक-एक करके उन्हें पकड़ा जाएगा।
गृह मंत्री ने इमरान के बयानों पर दी प्रतिक्रिया
गृह मंत्री ने इमरान खान के उन बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने समर्थकों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। पीटीआई प्रमुख ने रेंजरों द्वारा गिरफ्तारी के बाद अपने अनुयायियों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष के कुछ दिनों बाद प्रदर्शन का आह्वान किया।
मौजूदा शहबाज शरीफ के प्रशासन को लताड़ते हुए इमरान खान ने पाकिस्तानी महिलाओं से “हकीकी आजादी (सच्ची आजादी) और ऐन बचाओ पाकिस्तान बचाओ (संविधान बचाओ, पाकिस्तान बचाओ) लिखे हस्तलिखित तख्ती के साथ बाहर निकलने का आग्रह किया।” इमरान खान ने कहा, ‘शाम साढ़े पांच बजे से साढ़े छह बजे तक सिर्फ एक घंटे के लिए अपने घरों के बाहर इन तख्तियों के साथ खड़े रहें।’
इमरान खान को क्यों गिरफ्तार किया गया?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 9 मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के परिसर से सशस्त्र अर्धसैनिक बलों द्वारा अल-कादिर ट्रस्ट मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में दो सप्ताह के लिए सुरक्षात्मक जमानत दे दी और अधिकारियों को सोमवार तक देश में कहीं भी दर्ज किसी भी मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री को गिरफ्तार करने से रोक दिया।
खान देश भर में 120 से अधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिनमें कथित रूप से देशद्रोह और ईशनिंदा और हिंसा और आतंकवाद को उकसाना शामिल है।