Apple Watch हमेशा से हेल्थ और लाइफस्टाइल फीचर्स के लिए तारीफ मिलती रही है। ये फीचर्स हार्ट रेट मॉनिटरिंग, स्लीप ट्रैकिंग और डिटेक्शन यूजर्स के काम आते हैं। एप्पल वॉच सचमुच में हेल्थ और फिटनेस कै गैजेट नहीं बल्कि लाइफ बचाने वाली साथी भी बन गई है।
Apple Watch ने ब्लड कैंसर का लगाया पता
बता दें कि इस बार इसने न्यूजीलैंड की एक महिला को जानलेवा बीमारी का पता लगाने में मदद की है। यह डिवाइस यूजर्स को अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के बारे मे सचेत करने के लिए जाना जाता है। इसी एप्पल वॉच ने अमांडा फॉल्कनर को दुर्लभ ब्लड कैंसर के बारे में संकेत दिए हैं।
Apple Watch को सीरीज 10 में किया गया अपग्रेड
नेपियर में रहने वाली कंसल्टेंट मनोचिकित्सक फॉल्कनर ने अपने पति के पुराने मॉडल को कई सालों तक इस्तेमाल करने के बाद पिछले सात Apple Watch सीरीज 10 में अपग्रेड किया। नई सीरीज 10 में विटल्स ऐप नामक एक फीचर पेश किया गया है। जो हार्ट बीट, रेस्पिरेटरी सिस्टम, बॉडी टेम्प्रेचर, ब्लड ऑक्सीजन और नींद जैसे आवश्यक स्वास्थ्य मीट्रिक को ट्रैक करता है।
हार्ट बीट अलर्ट
कई हफ्तों के दौरान फॉल्कनर को अपनी एप्पल वॉच से कई अलर्ट मिले, जो यह संकेत देते थे कि उनकी हार्ट बीट सामान्य से लगभग 55 बीट प्रति मिनट से बढ़कर 90 के आसपास पहुंच गई थी। पहले तो उन्हें लगा कि वॉच खराब हो गई है, लेकिन बार-बार अलर्ट आने पर वह खुद अलर्ट हुई। एप्पल वॉच ने उसे डॉक्टर से मिलने की सलाह दी। डॉक्टर ने उसे इमरजेंसी डिपार्टमेंट में भेजा, जहां जांच से पता चला कि उसे एक्यूट मायलोइड ल्यूकेमिया है, जो ब्लड कैंसर का एक दुर्लभ रूप है।
9 जनवरी को कराया गया था एडमिट
डॉक्टरों ने फॉल्कनर को बताया कि अगर थोड़ी देर और हो जाती, तो हालत इतनी खराब हो सकती थी कि इलाज में बहुत देर हो जाती। कैंसर इतनी तेजी से बढ़ रहा था कि कुछ ही दिनों में जान का खतरा हो सकता था। 9 जनवरी को फॉल्कनर के इलाज के लिए पामर्स्टन नॉर्थ अस्पताल में एडमिट कराया गया। जहां वह अब कीमोथेरेपी करवा रही है, लेकिन उसकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।
Apple Watch है जीवन बचाने वाली साथी
बता दें कि अमांडा का जुलाई में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट होना तय है, जिसमें उसके बोन मैरो को बोन मैरो से बदला जाएगा। इस प्रक्रिया में काफी जोखिम है, जिसमें मृत्यु की 20% संभावना है। फॉल्कनर ने अपनी एप्पल वॉच को इस बात का श्रेय दिया कि उसने उन्हें इस समस्या के बारे में पहले ही सचेत कर दिया था, इससे पहले कि यह जानलेवा बन जाए। उन्होंने कहा अगर मेरी स्मार्टवॉच मुझे लगातार याद नहीं दिलाती है, तो मुझे पता हीं नहीं चलता कि कुछ गड़बड़ है।