Ajab Gajab Story 90 Years Old Woman died twice in 19 hours in Spain: बॉलीवुड की एक फिल्म है। जिसका नाम किक है। फिल्म में बोला गया एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का डायलॉग ‘मैं मौत को छूकर टक से वापस आ सकता हूं’ काफी वायरल हुआ था। भले ही यह रील लाइफ की बात हो, लेकिन रियल लाइफ में ऐसा ही एक वाकया पेश आया है। स्पेन में 90 साल की महिला 19 घंटे में दो बार मरी। पहली बार मौत के बाद जब उसे मोर्च्युरी ले जाया गया तो उसकी सांसें चलती देख कर्मचारी दंग रह गए। उसे तत्काल जारागोजा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी धड़कन चालू थी। लेकिन कुछ देर बाद उसकी फिर मौत हो गई।
19 सितंबर को हुई थी महिला की मौत
द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। बताया गया कि 19 सितंबर को 90 साल की एक महिला की मौत हुई थी। उसे जरागोजा के अस्पताल सैन जुआन डी डिओस से तानाटोरियो डी टोरेरो अंतिम संस्कार गृह में ले जाया गया। लेकिन मोर्च्युरी में एक कर्मचारी यह देखकर हैरान रह गया कि उसकी सांसें अभी भी चल रही थीं और उसे वापस अस्पताल ले जाया गया।
चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारी
महिला की बेटी को बताया गया कि सामान्य कारणों से मौत के बाद रात 11 बजे शव को अंतिम संस्कार कक्ष में ले जाया गया, लेकिन फिर उसे सूचित करना पड़ा कि अभी उनकी मां की सांसें चल रही हैं। इसके बाद फिर उन्हें अस्पताल वापस भेज दिया गया। मौत के अगले दिन अंतिम संस्कार करने की योजना बनाई गई थी, जैसा कि आमतौर पर स्पेन में गैर-संदिग्ध मौतों के मामले में होता है। जब शव को मोर्च्यु्री में अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया जा रहा था तभी एक कर्मचारी ने देखा कि महिला सांस ले रही है।
अस्पताल ने दिया ये जवाब
इस पूरे प्रकरण हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने कहा कि महिला की मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई थी और उसे फिर से जिंदा करना संभव नहीं था। सभी सामान्य प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या अस्पताल के कर्मचारियों की ओर से कोई दुर्व्यवहार हुआ है, शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि ऐसा नहीं था।
ये पहला केस नहीं, अस्पताल पर लगा था जुर्माना
इस साल की शुरुआत में एक देखभाल गृह पर 10,000 डॉलर (£8,185) का जुर्माना लगाया गया था, जब एक अंतिम संस्कार गृह को पता चला कि बॉडी बैग में भेजी गई एक महिला अभी भी जीवित थी। आयोवा के निरीक्षण और अपील विभाग ने एक रिपोर्ट में कहा कि 3 जनवरी को आयोवा के डेस मोइनेस में ग्लेन ओक्स अल्जाइमर स्पेशल केयर सेंटर में मृत घोषित किए जाने के बावजूद 66 वर्षीय महिला सांस ले रही थी।
महिला को डिमेंशिया था। वह पिछले साल 28 दिसंबर से अस्पताल में भर्ती थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उसे एक ज़िप वाले बॉडी बैग में रखा गया और एंकेनी फ्यूनरल होम एंड क्रिमेटरी में ले जाया गया, जहां श्रमिकों ने पाया कि वह सांस ले रही थी और 911 पर कॉल किया। उसे मर्सी वेस्ट लेक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी सांसें चल रही थीं लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही थी। 5 जनवरी को महिला ने दम तोड़ दिया था।
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