AI Generated Voice Robocalls Ban In US: एआई-जनित रोबोकॉल को लेकर बहुत बड़ा अपडेट आया है। दरअसल अमेरिका ने देश के हज़ारों लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम देने वाली आवाज़ क्लोनिंग की घटनाओं के चलते एआई-जनित रोबोकॉल पर बैन लगा दिया है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर क्यों लगाया गया ये प्रतिबंध और कैसे दिया जाता है इस धोखाधड़ी को अंजाम? चलिए आपको समझाते हैं।
1/ The FCC made the right call yesterday to ban the use of AI generated voices in robocalls. Robocalls aren’t just a daily nuisance; they pose a growing threat to normal Americans’ financial security and the integrity of our elections. pic.twitter.com/q2tOxQA8dX
---विज्ञापन---— Daniel Colson (@DanielColson6) February 9, 2024
इस मुद्दे पर फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन ने बताया कि बुरे एक्टर्स कमजोर परिवार के लोगों के साथ जबरन वसूली करने, मशहूर हस्तियों की नकल करने और मतदाताओं को गलत जानकारी देने के लिए अवांछित रोबोकॉल में एआई से बनी आवाज़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वह इन रोबोकॉल के पीछे धोखेबाजों को नोटिस भी दे रहे हैं।
राष्ट्रपति जो बिडेन से जुड़ा फर्जी रोबोकॉल का मामला
यह कदम तब उठाया गया जब राष्ट्रपति जो बिडेन की नकल करते हुए एक फर्जी रोबोकॉल का मामला सामने आया। जिसमें न्यू हैम्पशायर के डेमोक्रेटिक प्राथमिक चुनाव में लोगों को उनके लिए मतदान करने से रोकने की कोशिश की गई थी।
News: FCC outlaws AI voice-cloning in robocalls, a decisive move to combat fraud. This immediate ban empowers state attorneys to target scammers mimicking voices from politicians to family members, addressing a surge in sophisticated voice fraud. #AIRegulation #RobocallBan #FCC
— Dezmond Hollins (@Dezmond4L) February 9, 2024
एफसीसी कमिश्नर जेफ्री स्टार्क्स ने बताया कि जेनरेटिव एआई के इस्तेमाल ने फर्जी रोबोकॉल की बढ़ती विश्वसनीयता के साथ मतदाता दमन योजनाओं और अभियान के सीज़न के लिए एक नया खतरा पैदा किया है।
यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू किया जाता है और नियामक यानी रेगुलेटर को उन कंपनियों पर जुर्माना लगाने की अनुमति देता है जो अपनी कॉल में एआई-जनरेटेड आवाजों का इस्तेमाल करती हैं या उन्हें ले जाने वाले सेवा प्रदाताओं को प्रतिबंधित करती हैं।
कैसे होता है एआई-जनित रोबोकॉल घोटाला ?
एक जानकारी के मुताबिक, जिस व्यक्ति को इस घोटाले का निशाना बनाना हो उसे रोबोकॉल करके उससे पहले बात कि जाती थी और उसके बाद पैसे ऐंठे जाते थे। ऐसे में धोखाधड़ी करने वाले पीड़ितों से ठगी करने के लिए कई योजनाओं का भी सहारा लेते थे। यही नहीं बल्कि अगर घोटाले का शिकार बनने वाला व्यक्ति उनकी बात नहीं मानता तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी जाती थी।