बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। देश की नई अंतरिम सरकार ने उनके खिलाफ 33 मुकदमें दर्ज कराए हैं। इनमें से 27 केस हत्या के, 4 मानवता के खिलाफ अपराध व नरसंहार के और एक अपहरण का मामला है। बीते बुधवार को उनके और 86 लोगों के खिलाफ सिलहट शहर में एक जुलूस पर हमले के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। अब नई सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
लंबे समय तक चले छात्रों के प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और देश छोड़ दिया था। सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था को लेकर शुरू हुए इस आंदोलन का परिणाम सत्ता परिवर्तन के रूप में दिखा था। अब नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है। हसीना के खिलाफ दर्ज मुकदमों में उन्हें क्या सजा मिल सकती है, नई सरकार क्या कदम उठा रही है, जानें इस खास रिपोर्ट में।