Sanjay Singh: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। संजय सिंह ने हर साल सरकारी स्कूलों से ड्रॉपआउट हो रहे हजारों बच्चों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने शिक्षा को ‘शेरनी का दूध’ कहा था, जो जितना पीएगा, उतना ही दहाड़ेगा। भारत अगर शिक्षित बनेगा, तभी विकसित बनेगा। केंद्र सरकार भले ही बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। बजट में भी शिक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणाएं की गई हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है, जिसके बारे में देश को जानना जरूरी है। इस दौरान संजय सिंह ने दावा करते हुए कहा कि 2022-23 और 2023-24 में 54 लाख 77 हजार 223 बच्चों ने सरकारी स्कूलों को अलविदा कहा है।
ये आंकड़ा पहली से 8वीं कक्षा तक के बच्चों का है। अकेले असम में ही 3 लाख से अधिक बच्चों ने सरकारी स्कूलों को ड्रॉप किया है। संजय सिंह ने कहा कि गुजरात के विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे जरूर किए जाते हैं, लेकिन वहां भी एक लाख 38 हजार 813 बच्चे सरकारी स्कूलों को 2 साल में छोड़ चुके हैं। संजय सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने मामले में सरकार को जमकर घेरा। विस्तार से पूरी बात जानने के लिए देखते हैं ये खास रिपोर्ट…