Namo Bharat Train: दिल्ली के सराय काले खां से उत्तर प्रदेश के मेरठ के मोदीपुरम तक आरआरटीएस कॉरिडोर खोला जाएगा। इसके खुलने से यात्रा का समय कम होकर मात्र 45 मिनट रह जाएगा। भारत के पहले क्षेत्रीय त्वरित परिवहन प्रणाली (RRTS) कॉरिडोर का अंतिम चरण पूरा होने वाला है। अधिकारियों के अनुसार जून के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
नमो भारत कॉरिडोर नाम से 82 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) द्वारा हाई-स्पीड कनेक्टिविटी पहल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई में से 11 स्टेशनों वाला 55 किलोमीटर का हिस्सा पहले से ही चालू है, जबकि बाकी 27 किलोमीटर के हिस्से पर काम चल रहा है। इसके अलावा, सराय काले खां से जंगपुरा तक 2 किलोमीटर के विस्तार के लिए निर्माण कार्य अभी भी जारी है।
पहले हुई थी इन सेवाओं की शुरुआत
बता दें कि 21 अक्टूबर, 2023 को 17 किलोमीटर के प्राथमिकता वाली सेवाएं शुरू होने के बाद से, कॉरिडोर ने धीरे-धीरे अपनी पहुंच बढ़ाई है। दिल्ली में साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच खंड का उद्घाटन 5 जनवरी को किया गया था। नमो भारत ट्रेनें पहले ही एक करोड़ से ज़्यादा यात्रियों को सेवा दे चुकी हैं।
ये भी पढें- Vande Bharat Train: इन शहरों के बीच चली नई वंदे भारत ट्रेन, देखें रूट और अन्य डिटेल
एनसीआरटीसी ने की पार्टनरशिप
अंतिम मील तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एनसीआरटीसी ने दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और अन्य मोबिलिटी सेवा प्रदाताओं के साथ पार्टनरशिप की है। कुछ ऑपरेटर नमो भारत यात्रियों को छूट भी देते हैं। दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा करने का किराया स्टैंडर्ड श्रेणी के लिए 150 रुपये और प्रीमियम श्रेणी के लिए 225 रुपये है। वहीं, आनंद विहार से मेरठ साउथ तक का किराया स्टैंडर्ड श्रेणी के लिए 130 रुपये और प्रीमियम श्रेणी के लिए 195 रुपये तय की गई है।
क्या मिलेंगी सुविधाएं?
मेरठ में कॉरिडोर के अंतिम चरण में तीन अतिरिक्त स्टेशन शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम शामिल हैं। शताब्दी नगर एक एलिवेटेड स्टेशन है जहाँ ट्रैक, प्लेटफ़ॉर्म स्क्रीन डोर और अन्य सिस्टम लगाए गए हैं। बेगम पुल, मेरठ के बाजार के केंद्र में स्थित एक भूमिगत स्टेशन है, जो नमो भारत ट्रेनों और स्थानीय मेट्रो सेवाओं दोनों की सेवा करेगा, जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है। कॉरिडोर का अंतिम स्टेशन मोदीपुरम राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है और इसमें पैदल यात्रियों की सुरक्षित पहुंच के लिए एक फुट ओवर ब्रिज होगा। वहीं, मेरठ मेट्रो पर भी ट्रायल रन शुरू हो चुका है, जो 23 किलोमीटर लंबी लोकल सेवा है। ये नमो भारत ट्रेनों के समान बेसिक ढांचे पर चल रही है। यह विकास भारत में पहली बार है जब मेट्रो और क्षेत्रीय सेवाएं एक साझा कॉरिडोर शेयर करेंगी। मेरठ मेट्रो लाइन में 13 स्टेशन शामिल हैं, जिनमें से तीन भूमिगत हैं।
ये भी पढें- यूपी में कहां-कहां बन रहे 9 एक्सप्रेसवे? लागत 20 हजार करोड़ से ज्यादा, सफर में समय लगेगा आधा