प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुछ इलाकों से बाढ़ का पानी उतर गया है। जबकि कुछ निचले इलाकों में रह रहे लोग अभी भी बाढ़ की मार झेल रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन इलाकों से पानी उतर गया है वहां गंदगी, दुर्गंध, मच्छर और जल जनित बीमारियों का खतरा पैदा गया है। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चूंकि बाढ़ प्रभावित अधिकांश लोग राहत शिविरों से अपने घर लौट चुके हैं। गंगा नगर, छोटा बगहरा, सलोरी, राजापुर, मऊ सरिया और आसपास के क्षेत्रों में लौटे लोग प्रशासन से नारकीय स्थिति की शिकायत कर रहे हैं।
एंटी लार्वा और ब्लीचिंग का हो रहा है छिड़काव
वहीं प्रयागराज के जिला मलेरिया अधिकारी आनंद सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक सफाई और ब्लीचिंग आदि का छिड़काव कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सफाई के लिए 20 से ज्यादा टीमों को लगाया गया है। एंटी-लार्वा का छिड़काव भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी सफाई कर्मियों के अलावा इलाकों की सपाई के लिए निजी सफाई कर्मचारियों को भी रखा है, क्योंकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वच्छता बनाए रखना उनके लिए एक बड़ी चुनौती है।
इलाकों की खुद सफाई में जुटे लोग, नारकीय हालात
वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि नदियों का पानी भले ही उतर गया है, लेकिन अभी यहां रहना उनके लिए मुश्किल है। लोगों ने बताया कि हर जगह दुर्गंध और गंदगी जमा है। लेकिन राहत शिविरों में कब तक रहते, इसलिए वापस घर आना है। ज्यादा सफाई का काम खुद ही करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि बाढ़ के पानी के अलावा नालों का पानी भी उनके घरों में घुस गया था, जिसके बाद स्थिति ज्यादा खराब हो गई। कॉलोनियों में रहने वाले लोग एक-दूसरे की मदद करके सपाई कार्य में जुटे हैं।