Noida: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस और स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) ने एक चीनी नागरिक को अवैध रूप से रहने के आरोप में नोएडा से गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि उसका वीजा दो साल पहले खत्म हो गया था। पुलिस ने अब उसे हिरासत में लेकर दिल्ली स्थिति निर्वासन केंद्र भेजा है। बता दें कि नोएडा से पहले भी काफी संख्या में चीनी के नागरिक हिरासत में लिए गए थे। इन सभी का वीजा भी खत्म हो गया था। इनमें से अधिकांश आईटी कंपनियों में नौकरी भी कर रहे थे।
सेक्टर-112 में रह कर अपना बिजनेस कर रहा था
नोएडा पुलिस के अधिकारियों और एलआईयू ने बकाया कि गौतमबुद्धनगर में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) ने नोएडा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापा मारकर 34 वर्षीय झांग लियांग को हिरासत में लिया है। वह नोएडा के सेक्टर-112 में रह रहा था। पुलिस ने बताया कि लियांग 2019 में बिजनेस वीजा पर भारत आया था।
वर्ष 2020 में समाप्त हो गया था वीजा
वह भारत में खुद का व्यवसाय चला रहा था, लेकिन दिसंबर 2020 में उसका वीजा समाप्त हो गया, लेकिन वह वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने देश वापस नहीं लौटा। जानकारी में आया है कि उसने 2021 में वीजा अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन किया था, जिसे केंद्रीय एजेंसियों द्वारा अस्वीकार कर दिया गया।
नोएडा से एक साथ पकड़े गए थे 23 चीनी नागरिक
बता दें कि 23 अगस्त को भी नोएडा पुलिस और एलआईयू ने गौतमबुद्ध नगर जिले के कई स्थानों पर अभियान चलाया। इसके बाद सेक्टर-113 कोतवाली क्षेत्र से 3, सेक्टर-49 कोतवाली क्षेत्र से 1, बीटा-दो कोतवाली क्षेत्र से 2, फेज-दो कोतवाली क्षेत्र से 6 और सेक्टर-142 कोतवाली क्षेत्र से 3 चीनी नागरिकों को पकड़ा है। आरोप है कि इन सभी का वीजा एक साल पहले ही खत्म हो गया था, जिसके बाद बाद भी ये लोग अवैध रूप से यहां रह रहे थे। पकड़े गए 15 चीनी नागरिकों में एक महिला भी शामिल है।
नेपाल से पकड़े गए चीनी नागरिक के बाद चला अभियान
जानकारी में आया था कि नेपाल सीमा पर पुलिस और खुफिया विभाग की टीमों ने दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस और खुफिया विभाग की टीमों ने सख्ती के साथ इन चीनी नागरिकों की तलाश शुरू कर दी। इसी क्रम में नोएडा के अलग-अलग स्थानों पर वीजा खत्म होने के बाद भी रह रहे इन चीनी नागरिकों की तलाश शुरू की गई। पिछले दिनों भी नोएडा के अलग-अलग स्थानों से इनको हिरासत में लिया गया था।