मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा और वृंदावन में बंदरों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। बंदरों द्वारा आए दिन लोगों पर हमले और नुकसान की खबरें तो आम ही थीं, लेकिन इस बार बंदरों ने मथुरा के जिलाधिकारी को ही अपना शिकार बना डाला। वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में हादसे के बाद जांच के लिए पहुंचे जिलाधिकारी नवनीत तहल (DM Navneet Chahal) का चश्मा लेकर बंदर भाग गया। प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस वालों ने कड़ी मशक्कत के बाद फ्रूटी देकर बंदर से चश्मा वापस लिया। वहीं इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडियो पर वायरल हुआ। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए प्रदेश सरकार पर तंज कसा है।
अधिकारियों और पुलिस वालों के बीच चल रहे थे डीएम
दरअसल, वृंदावन के श्री बांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी की रात हुए हादसे की जानकारी और जांच करने के लिए जिलाधिकारी नवनीत चहल पहुंचे थे। उनके साथ जिले के अन्य अधिकारी और पुलिस फोर्स भी चल रही थी। तभी बिहारी जी मंदिर को जाने वाले रास्ते में कहीं से एक बंदर झपट्टा मारकर डीएम का चश्मा ले गया। बंदर चश्मा लेकर पास के एक मकान की लोहे की सीढ़ियों पर बैठ गया। यह देख जिलाधिकारी के साथ चल रहे अधिकारी और पुलिस वालों के होश उड़ गए। उन्होंने बंदर से चश्मा वापस लेने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। बंदर को खाने-पीने की चीजें भी दीं, लेकिन बंदर नहीं माना।
बंदर ने सोचा जब भाजपा के शासन में प्रशासन को चश्मा लगाकर भी कुछ नहीं दिखता है तो चश्मे का क्या काम… pic.twitter.com/LlGaC1eD00
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2022
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बंदर को फ्रूटी देकर वापस लिया डीएम का चश्मा
काफी देर की मशक्कत के बाद बंदर ने फ्रूटी लेकर डीएम के चश्मे को वापस किया। जिलाधिकारी भी वहीं मौके पर खड़े रहे। पास में खड़े किसी व्यक्ति ने पूरे घटनाक्रम को कैमरे में कैद कर लिया और फिर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया। जिलाधिकारी का चश्मा ले जाने वाले वीडियो को सपा मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज करते हुए लिखा कि ‘बंदर ने सोचा जब भाजपा के शासन में प्रशासन को चश्मा लगाकर भी कुछ नहीं दिखता है तो चश्मे का क्या काम…’
स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालु भी बंदरों से परेशान
आपको बता दें कि मथुरा और वृंदावन में बंदरों का भारी आतंक है। वृंदावन और मथुरा में रहने वाले लोगों पर आए दिन बंदरों के हमले होते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलों के अलावा बंदर उनका काफी नुकसान करते हैं। बाहर और छतों पर सूख रहे कपड़ों को फाड़ देते हैं। वहीं वृंदावन में दर्शन के लिए आने वाले लोगों पर हमले करते हैं। गलियों में चलने वाले लोगों पर झपट्टा मारकर उनके चश्मे और मोबाइल छीन ले जाते हैं। लोगों का कहना है कि पहले बंदर केले और अन्य फलों से मान जाते थे, लेकिन अब फ्रूटी लेकर ही मानते हैं। कई बार चश्मों को तोड़ भी देते हैं।