Ghaziabad Fire News: उत्तर प्रदेश के दिल्ली से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) में रविवार देर रात भीषण हादसा हो गया। एक टैंट गोदाम में आग लग गई, जिसके कारण गोदाम की ऊपरी मंजिल पर रह रहे पति, पत्नी और एक साल की मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं हैरान करने वाली बात ये है कि तीनों की मौत का पता आग बुझने के बाद हुआ। पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारी अब इस मामले की जांच में जुट गए हैं। पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गोदाम के ऊपर दो मंजिलों में रह रहे थे 13 लोग
घटना रविवार देर रात की है। गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना क्षेत्र के शिब्बनपुरा कल्पना नगर में सुनील दत्त का टेंट का गोदाम है। उनके गोदाम के ऊपर बनी दो मंजिलों में 13 लोग किराए पर रहते थे। जानकारी के मुताबिक देर रात अचानक गोदाम से आग की लपटें निकलती दिखाई दीं। आसपास रहने वाले लोगों ने शोर मचा दिया। मौके पर भीड़ जमा हो गई। पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। वहीं शोर-शराबा सुनकर 10 लोग कूद-फांदकर बाहर निकल आए, लेकिन तीन लोग नहीं आए।
मौके पर पहुंचते ही आग बुझाने में जुट गई टीम
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने तत्काल आग बुझाने का काम शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद टीम ने आग पर काबू पा लिया। इसके बाद जब पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम इमारत में अंदर गई तो पहली मंजिल पर बने कमरे में पति, पत्नी और एक मासूम बच्ची का शव मिला। यह देख पुलिस और टीम के होश उड़ गए। पुलिस ने तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
खुर्जा का रहने वाला था परिवार, खत्म हो गया
जानकारी के मुताबिक मकान की पहली मंजिल पर छह और दूसरी मंजिल पर सात लोग किराए पर रह रहे थे। छानबीन में मरने वालों की पहचान पंकज (30 वर्ष) पुत्र राजवीर सिंह, उसकी पत्नी कविता (26 वर्ष) और कृतिका (एक वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों बुलंदशहर के खुर्जा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। आसपास के लोगों ने बताया कि पंकज किसी कंपनी में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था। यहां रहकर अपने परिवार को पाल रहा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तीनों की दम घुटने से मौत होने की आशंका है, लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है।