Badrinath Highway: उत्तराखंड में चमोली के पास मलबा गिरने से बद्रीनाथ हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। चमोली पुलिस ने एक बयान में कहा कि कोतवाली चमोली क्षेत्र के बाजपुर में पहाड़ी से मलबा आने के कारण बद्रीनाथ हाईवे को बंद कर दिया गया है। हालांकि रविवार सुबह करीब 9 बजे जानकारी दी गई कि बाजपुर चाड़ा के पास बंद बद्रीनाथ हाईवे यातायात के लिए खुल गया है।
वहीं, केदारनाथ और बद्रीनाथ में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश से हुई परेशानी के चलते देर रात चार धाम यात्रियों को श्रीनगर में भी पुलिस रोक रही है। यात्रियों से आस-पास के शहरों में रहने की अपील करने की घोषणा की जा रही है।
Uttarakhand | The Badrinath highway has been closed due to debris coming from the hill in Bazpur under Kotwali Chamoli area: Chamoli Police
(Video source: Chamoli Police Twitter handle) pic.twitter.com/rUhbhR6qFV
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 30, 2023
श्रीनगर गढ़वाल में पुलिस ने एनआईटी उत्तराखंड के पास और बद्रीनाथ बस स्टैंड के पास चेकिंग पॉइंट बनाए हैं जहां चार धाम यात्रियों को रोका जा रहा है और जिनके पास रात भर ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग है उन्हें रुद्रप्रयाग की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन जिन यात्रियों ने पास बुक नहीं कराया है, उनसे श्रीनगर में ही रहने की अपील की जा रही है।
Uttarakhand | Chardham Yatra stopped by Srinagar Police as a precautionary measure due to bad weather at Kedarnath & Badrinath.
There are adequate arrangements for staying in Srinagar, and the passengers will not face any kind of problem. Passengers are being appealed to… pic.twitter.com/kgGRkg0f8H
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 30, 2023
श्रीनगर के एसएचओ रवि सैनी ने कहा कि श्रीनगर में ठहरने के पुख्ता इंतजाम हैं, यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों से मौसम साफ होने पर अपनी यात्रा जारी रखने की अपील की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्रद्धालुओं को सलाह दी थी कि वे कोविड-19 सहित सभी मेडिकल टेस्ट पास करने के बाद ही तीर्थ यात्रा की योजना बनाएं।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न भाषाओं में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) रखी गई है और इस वर्ष तीर्थ यात्रा करने वालों को उसी का पालन करने की आवश्यकता है।
27 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद देश के चार सबसे पवित्र स्थलों गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू हो गई। यात्रा शुरू होने के साथ ही राज्य पुलिस ने भी तीर्थयात्रियों को सभी प्रकार की सहायता देने और उन्हें पवित्र स्थलों तक पहुंचने में मदद करने के लिए कदम उठाए हैं।