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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

OMG: ‘कॉपी में लिखा जय श्रीराम, हासिल किए 56% नंबर’…दो शिक्षकों को महंगी पड़ेगी दरियादिली

Veer Bahadur Singh Purvanchal University Exam: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में फार्मेसी प्रथम वर्ष के परिणाम से जुड़ा अनोखा मामला सामने आया है। यहां 4 विद्यार्थियों पर शिक्षकों ने जिस हिसाब से नरमी दिखाई, वह काफी रोचक है। अब इन टीचर्स पर कार्रवाई के लिए अनुशंसा की गई है।

Author Edited By : News24 हिंदी Updated: Apr 25, 2024 22:07
veer bahadur singh purvanchal university jaunpur
दोनों शिक्षकों को कार्यमुक्त किया जाएगा।

UP News: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से जो मामला सामने आया है, वह काफी अजीबोगरीब है। यहां फार्मेसी प्रथम वर्ष की परीक्षाओं में 4 ऐसे विद्यार्थियों ने 56 फीसदी अंक हासिल कर लिए, जिन्होंने पास होने के लिए कॉपियों में जय श्रीराम लिखा था। यही नहीं, इन विद्यार्थियों ने कुछ इंटरनेशनल क्रिकेट प्लेयर्स के नाम भी लिखे हैं। मामला एक पूर्व छात्र ने उजागर किया है, जिसने सूचना के अधिकार के तहत यूनिवर्सिटी से जानकारी मांगी थी। मामला सामने आने के बाद जब परीक्षा समिति की बैठक हुई, तो दो टीचर्स डॉ. विनय वर्मा और डॉ. आशुतोष गुप्ता को दोषी पाया गया। अब इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राजभवन को लेटर भेजा जाएगा, जिसके बाद ये कार्यमुक्त हो जाएंगे।

18 लोगों के रोल नंबर पूर्व छात्र ने किए थे जारी

पूर्वांचल यूनिवर्सिटी की ओर से डी फार्मा पाठ्यक्रम को संचालित किया जाता है। जिसके पहले और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाओं में विद्यार्थियों ने अजीबोगरीब कारनामे कर डाले। पूर्व स्टूडेंट दिव्यांशु सिंह की ओर से इस बारे में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई थी। छात्र ने पिछले साल 3 अगस्त को डी फार्मा फर्स्ट ईयर के 18 छात्रों के रोल नंबर जारी कर कॉपियों को फिर से जांचने की मांग की थी।

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उसने 58 कॉपियों की फोटो मांगी थी, लेकिन सिर्फ 42 कॉपियां ही दी गई। बार कोड नंबर 4149113 की कॉपी में लिखा मिला-जय श्रीराम पास हो जाएं। विराट कोहली, हार्दिक पांड्या और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों के भी नाम लिखे मिले। इस स्टूडेंट को 75 में से 42 अंक दिए गए थे। अन्य बार कोड में भी ऐसे ही कारनामे मिले। इन सभी को पास कर दिया गया था।

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छात्र ने आरोप लगाया कि पैसे लेकर लोगों को पास किया गया है। एक प्रोफेसर ने ऐसा किया है। सभी शिकायतों को राजभवन के पास शपथ पत्र के साथ भेजा गया था। जिसके बाद मामले में 21 दिसंबर 2023 को कार्रवाई के आदेश हुए थे। जांच समिति ने सभी आरोपों को सही पाया। कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि जल्द दोषियों को कार्यमुक्त किया जाएगा।

First published on: Apr 25, 2024 10:07 PM

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