Joshimath Land Subsidence: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) में मकानों और इमारतों में दरारें आने का सिलसिला लगातार जारी है। चमोली (Chamoli) जिला प्रशासन के अनुसार शनिवार को कस्बे के 9 वार्डों के 603 भवनों में अब तक दरारें आ चुकी हैं। शनिवार को 55 परिवारों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बता दें कि पहले 561 भवनों में दरारें आई थीं।
Uttarakhand | Till now, cracks have surfaced in 603 buildings in 9 wards of Joshimath; 55 families rescued and moved to safey: Chamoli District Administration pic.twitter.com/PYYsy6h3tm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 7, 2023
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सीएम धामी ने जारी की राहत राशि
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को प्रभावित कस्बा जोशीमठ का दौरा किया। इसके तुरंत बाद देहरादून पहुंचकर भू-धंसाव (जमीन धंसने) को लेकर सचिवालय में आपदा संचालन केंद्र में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि आपदा मद में 11 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जिलाधिकारी चमोली को उपलब्ध करायी गयी है।
Joshimath land subsidence | Chamoli District Magistrate Himanshu Khurana took stock of the arrangements as he visited a relief camp in Joshimath last night. #Uttarakhand pic.twitter.com/1MAXRf0kqb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 8, 2023
केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियां जुटीं
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जोशीमठ क्षेत्र के सर्वेक्षण अध्ययन के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार के स्तर विशेषज्ञों की टीमों को लगाया गया है। दोनों टीमों के बीच विभिन्न संस्थानों पर आपसी समन्वय सुनिश्चित किया जाए। ताकि इस आपदा से निपटने के लिए प्रभावी प्रयास सुनिश्चित किए जा सकें।
जोशीमठ में एक ही स्थान पर धंसावः डीएम
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जमीन धंसने की समस्या जोशीमठ के एक विशेष क्षेत्र में ही है। उन्होंने बताया कि पूरे शहर में नहीं जमीन नहीं धंस रही है। यही कारण है कि हम प्रभावित लोगों को शहर के दूसरे सुरक्षित क्षेत्रों में होटल और होमस्टे आदि में ठहरा रहे हैं।
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