Uttar Pradesh News in Hindi: नोएडा। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा (Noida) में पुलिस ने बीमा कंपनी के दो कर्मचारियों समेत दस ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जब इन आरोपियों से पूछताछ की तो उनके भी होश उड़ गए। क्योंकि ठगों ने बीमा पॉलिसी के नाम पर किसान से इतनी मोटी रकम ठगी थी कि एक-एक आरोपी के हिस्से में सात-सात लाख रुपये आए। पुलिस ने मामले में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
किसान के पास आया था पॉलिसी रिन्यू के लिए फोन
जानकारी के मुताबिक नोएडा के दूरयाई गांव के रहने वाले संजय ने 17 नवंबर को अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। संजय पेशे से किसान हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बीमा पॉलिसी रिन्यू कराने के लिए बीमा कंपनी को फोन किया था। कुछ दिनों बाद एक शख्स का फोन आया। उसने खुद को बीमा कंपनी का कर्मचारी बताया। आरोप है कि शख्स ने बीमा पॉलिसी को रिन्यू करने का वादा किया और संजय को मामूली शुल्क देने के लिए कहा।
एक साल तक करते रहे ठगी
थाना पुलिस ने बताया कि जब मामला की जांच की गई तो देखा कि फोन बीमा कंपनी से ही गया था। इसके बाद बीमा कंपनी के कर्मचारी ने फोन नंबर समेत पीड़ित का पूरा विवरण ठगों के गिरोह को दे दिया। कई बार में प्रोसेसिंग चार्ज के बहाने फंड ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। आरोप है कि करीब एक साल में आरोपियों ने पीड़ित से ₹71 लाख ट्रांसफर करा लिए। पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने अपनी जमीन बेची थी, जिसकी रकम खाते में जमा थी।
इन शातिरों की हुई गिरफ्तारी
जांच के बाद नोएडा ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए ट्रैकिंग के बाद दस लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान पंकज गिरी, संजय सिंह, आसिफ, मोहित, सौरभ बंसल, मोहम्मद रुक्सद, आकाश कश्यप, साजिद, अंकित गिरि और ठाकुर सिंह के रूप में हुई है। सभी आरोपी गाजियाबाद और दिल्ली के रहने वाले हैं। ठाकुर सिंह और अंकित गिरि वर्तमान में इसी बीमा कंपनी में काम कर रहे हैं, जिसमें पीड़ित किसान की बीमा पॉलिसी थी।
दिल्ली-एनसीआर में तीन साल सक्रिय है गिरोह
दोनों आरोपी पॉलिसीधारकों का ब्योरा ठगों के गिरोह को देते थे। गिरोह पिछले तीन महीने से सेक्टर-63 में फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। जबकि दिल्ली-एनसीआर में करीब तीन साल से सक्रिय है। पुलिस को आशंका है कि इन आरोपियों ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 7 एटीएम कार्ड, 13 मोबाइल फोन और कई अन्य सबूत भी बरामद किए हैं।