Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखनऊ (Lucknow) से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के मलिहाबाद में एक किसान 35 साल से खुद को जिंदा साबित करने के लिए जिला प्रशासनिक दफ्तरों में चक्कर काट रहा है। उसका आरोप है कि गांव के दबंगों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसके बाद उसे मृत घोषित भी करा दिया। अब प्रशासन उससे लाइव सर्टिफिकेट (जीवित प्रमाणपत्र) मांग रहा है।
1970 में हो गई थी माता-पिता की मौत
मामला लखनऊ के मलिहाबाद का है। यहां के सेंधरवां गांव के रहने वाले किसान भगौती ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है। पीड़ित के मुताबिक वह सेंधरवां गांव का रहना वाला है। उसने बताया कि वर्ष 1970 में उसके माता-पिता की मौत हो गई। इसके बाद गांव के कुछ दबंगों ने उस पर 10 बीघा जमीन बेचने का दबाव बनाया। विरोध पर उसे धमकी दी।
तीन साल बाद गुजरात चला गया था
भगौती ने बताया कि दबंगों से परेशान होकर वह वर्ष 1973 में गुजरात चला गया। गुजरात के अमरेली जिले के राजुला गांव में रहने लगा। यहां उसने नौकरी की और फिर शादी भी कर ली। उसने बताया कि वर्ष 1987 में वह वापस अपने गांव पहुंचा तो उसके होश उड़ गए। उसकी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जानकारी पर पता चला कि उसके स्थान पर किसी और को खड़ा कर बैनामा कराया गया है।
बैनामे के बाद उसे मृत घोषित करा दिया
इतना ही नहीं, बैनामे के बाद उसे मृत घोषित करा दिया है। भगौती ने बताया कि वह तभी से तहसील और कलक्ट्रेट के चक्कर काट रहा है। उसने बताया कि जिले में ऐसा कोई अधिकारी नहीं बचा, जिससे उसने मदद की गुहार नहीं लगाई। कुछ दिन पहले अतिरिक्त मंडलायुक्त कार्यालय में भी प्रार्थनापत्र दिया था, यहां से थाने के लिए लिखा गया, लेकिन पुलिस ने भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
DM ने देखे दस्तावेज तो दिए मुकदमे के आदेश
कुछ दिनों पहले उसने जनता दरवार के दौरान जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार को सभी दस्तावेज दिखाते हुए मामले की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने तत्काल मामले में मुकदमा दर्ज कर एसडीएम को जांच सौंपी है। एसडीएम प्रज्ञा पांडेय ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा मामला सही पाए जाने पर खतौनी पर में भी भगौती का नाम दर्ज कराया जाएगा।