UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी (Kaushambi) जिले में पुलिस ने 53 वर्षीय जिला प्रोविजन अधिकारी (डीपीओ) को महिला संविदा कर्मचारी का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई डीपीओ राजनाथ राम के खिलाफ एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने और महिला संविदाकर्मी की ओर से की गई शिकायत के बाद हुई है।
पुलिस ने वीडियो बनाने में इस्तेमाल फोन जब्त किया
कौशांबी जिले के एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि डीपीओ को अदालत में पेश किया गया। फिर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। कौशांबी पुलिस ने बताया कि उन्होंने उस फोन को भी जब्त कर लिया है, जिसका इस्तेमाल वीडियो शूट करने के लिए किया गया था।
शेल्टर होम में काम करती है महिला संविदा कर्मी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कथित वीडियो में आरोपी पीड़िता का हाथ पकड़ने की कोशिश करता हुआ दिख रहा था। हालांकि महिला उसका विरोध करते हुए और उसे रोकते हुए दिख रही है। एसपी ने बताया कि पीड़िता प्रयागराज की रहने वाली है। कौशांबी में एक शेल्टर होम में काम करती थी, जो डीपीओ की देखरेख में आता है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने शुरुआत में प्रयागराज के महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पीड़िता ने कौशांबी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद राजनाथ राम के खिलाफ धारा 354-ए (यौन उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न के लिए सजा) और 354-डी (पीछा करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
महिला ने लगाए थे ये गंभीर आरोप
महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि अधिकारी पिछले एक साल से उसे परेशान कर रहा था। उसने आरोप लगाया कि जब भी वह विकास भवन स्थित उसके कार्यालय में जाती थी तो आरोपी उके साथ छेड़छाड़ करता था। उसने कहा कि आरोपी उसे आपत्तिजनक वीडियो भेजता था और कथित तौर पर उस पर यौन संबंध बनाने का दबाव बना रहा था।