गोंडा जिले की नगर कोतवाली में कांग्रेस नेता तरुण पटेल के खिलाफ महाराणा सांगा पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि तरुण पटेल ने 23 मार्च को जिले में कुर्मी महाकुंभ के दौरान महाराणा सांगा के बारे में विवादास्पद बयान दिया था। इसके बाद क्षत्रिय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लखेश्वरी सिंह की शिकायत पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि गोंडा जिले के एसपी विनीत जायसवाल के निर्देश पर पटेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
क्षत्रिय समाज की भावनाएं आहत करने का आरोप
लखेश्वरी सिंह ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर तरुण पटेल द्वारा महाराणा सांगा के बारे में की गई अमर्यादित टिप्पणी से क्षत्रिय समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। गोंडा नगर कोतवाली पुलिस ने तरुण पटेल के खिलाफ 27 मार्च को रात्रि 11:10 बजे एफआईआर दर्ज की है। तरुण के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196(1), 299 और 356(2) के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच उप निरीक्षक दिनेश राय को सौंपी गई है।
तरुण पटेल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की
क्षत्रिय समाज ने पटेल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने कहा कि पुलिस साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में शनिवार (23 मार्च) को आयोजित ‘कुर्मी महाकुंभ’ में कांग्रेस नेता तरुण पटेल ने विवादित बयान दिया था। तरुण पटेल ने अयोध्या में राम मंदिर तोड़ने वाले मुगल तानाशाह बाबर को देश की एकता का सूत्रधार बताया था। सभा को संबोधित करते हुए तरुण पटेल ने कहा था कि भारत को एकता के सूत्र में बांधने में सरदार पटेल के अलावा अकबर, बाबर और शाहजहां की भूमिका रही है। साथ ही उन्होंने राणा सांगा को देशद्रोही बताते हुए कहा था कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ने ही बाबर को आमंत्रित किया था। इसलिए अगर बाबर देशद्रोही हैं तो राणा सांगा भी देशद्रोही हैं।
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‘लोग सिंह सिंघाड़ा बने घूम रहे हैं’
उन्होंने कहा था कि जिस तरह सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोया, उसी तरह अकबर, बाबर व शाहजहां ने भी देश की एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा था कि अगर बाबर के वंशज और उनको मानने वाले समर्थक देशद्रोही हैं तो राणा सांगा के वंशज और उनको मानने वाले समर्थक सबसे बड़े देशद्रोही हैं। तरुण पटेल ने कहा था कि अकबर ने अपने साले मान सिंह को खुश करने के लिए सिंह की उपाधि यानी शेर की उपाधि दे दी थी। अब वही सिंह की उपाधि लेकर लोग सिंह सिंघाड़ा बने घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंह होने से कुछ नहीं होता है, सिंह का मतलब होता है कि आप लोगों की रक्षा करें।
FIR दर्ज होने के बाद क्या कहा तरुण पटेल ने?
वहीं, इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद जब हमने उनकी राय जानने के लिए तरुण पटेल को फोन किया तो उनका कहना था कि वे अपने बयान पर कायम हैं और जिंदगी भर कायम रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमने जो कुछ भी कहा वो इतिहास के तथ्यों पर आधारित है। उन्होंने कहा, ‘हम इतिहास के छात्र रहे हैं और इतिहास में यह स्पष्ट है कि राणा सांगा ने ही इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को आमंत्रित किया था। अगर वो विदेशी ताकतों को अपने देश में अपने मतलब के लिए आमंत्रित करते हैं तो वो देशद्रोही कहलाएंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है।’ साथ ही उन्होंने क्षत्रिय युवा वाहिनी की ओर से शिकायत दर्ज कराने पर कहा कि ‘मैं तो व्यक्तिगत उनको नहीं जानता हूं, हमारे जिले में ऐसे कई संगठन हैं। मुझे उस संगठन के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जिसने हमारे खिलाफ शिकायत दी है।’