Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद (Ghaziabad) में अपहरण के बाद दो दिन तक गैंगरेप का आरोप (Fake Kidnapping and Gang rape Case) लगाने वाली महिला को पुलिस को अब गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। महिला ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर घिनौनी साजिश रची थी।
आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार ने इस साजिश का पर्दाफाश करते हुए प्रेसवार्ता की थी। बता दें कि इस घटना के बाद गाजियाबाद समेत पूरे देश में हड़कंप मच गया था, क्योंकि गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ जिला है।
महिला-दो दोस्तों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस
गाजियाबाद पुलिस ने 38 वर्षीय महिला को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद के सीओ आलोक दुबे ने मीडिया को बताया कि महिला के खिलाफ धारा 420 (आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी), 467, 468 और 471 (जालसाजी), 195 (दोष सिद्ध करने के इरादे से झूठे सबूत देना या गढ़ना) और 120बी (आपराधिक साजिश) समेत कई गंभीर धाराओें में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अस्पताल की कार्यवाही पूरी होने के बाद हुई गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक महिला को जीटीबी अस्पताल आया गया था। उसका एक एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) बनाया गया। अस्पताल के प्रोटोकॉल के अनुसार उसकी सारी जांच की गईं और उसका इलाज हुआ। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शनिवार को उसे छुट्टी दे दी गई। छुट्टी के समय उसकी हालत एक दम ठीक बताई गई है। अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि उसे कुछ बाहरी चोटें थीं, लेकिन कोई आंतरिक चोट नहीं थी।
आश्रम रोड पर बोरे में बंधी मिली थी महिला
बता दें कि 18 अक्टूबर को गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन स्थित आश्रम रोड पर एक महिला बोरे में बंधी हुई मिली थी। महिला ने आरोप लगाया था कि उसे पांच लोगों ने अगवा किया था। दो दिन तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ गैंगरेप किया गया। उसके प्राइवेट पार्ट में दो रॉड डाल दिए। इसके बाद उसे सड़क के किनारे बोरे में बांध कर फेंक दिया। वहीं मामले की जानकारी होने पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी प्रथम सूचना की गंभीरता को देखते हुए कई ट्वीट किए।
महिला के दोनों साथी भी गिरफ्तार
मौके पर पहुंची गाजियाबाद पुलिस के भी होश उड़ गए, क्योंकि मामले को दिल्ली की निर्भया जैसा बताया गया था। उन्होंने तत्काल जांच शुरू की। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि जिस वक्त महिला ने अपने अपहरण और फिर वारदात का आरोप लगाया, उस वक्त महिला वास्तव में दिल्ली स्थित अपने घर में थी। पुलिस ने यह भी बताया कि महिला ने वारदात में इस्तेमाल जिस स्कॉर्पियो गाड़ी का जिक्र किया था, वह दिल्ली की सड़कों पर लगे सीसीटीवी फुटेज में देखी गई थी, न कि उस समय गाजियाबाद में थी।
महिला के मेडिकल में कुछ नहीं आया
महिला के दोस्त आजाद समेत दो सहयोगियों को अपहरण और गैंगरेप के नाटक में मदद करने और झूठे सबूत बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने यह भी खुलासा किया था कि महिला के प्राइवेट पार्ट में कोई रॉड नहीं थी। डॉक्टरों का कहना है कि एक छोटा तार मिला था, जो महिला ने खुद ही डाला था। आईजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार ने मामले का खुलासा किया था।