Lucknow News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में डेंगू (Dengue) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ एक हाईलेवल की बैठक की। इसमें डेंगू की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाने और हर जिले में अनिवार्य रूप से डेंगू के लिए अलग से अस्पताल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को डेंगू के मामले में फटकार लगाई थी, जिसके बाद बैठक का आयोजन किया गया है।
कोविड की तरह बनेंगे डेडीकेटेड अस्पताल
इसी क्रम में शनिवार को प्रदेश में डेंगू की स्थिति की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। अधिकारियों से डेंगू को रोकने के लिए हर जिले में कोविड अस्पतालों के तरह डेडीकेटेड अस्पताल स्थापित करने को कहा है।
प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बैठक में सीएम योगी ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में डेंगू और अन्य संक्रामक रोगों के दुष्प्रभाव बढ़ गए हैं। उन्होंने निगरानी तेज करने, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशाओं) की मदद लेने और घर-घर जाकर जांच करने पर जोर देने के निर्देश दिए हैं।
Uttar Pradesh | Dengue cases being reported from Kanpur. Doctor at Ursula Hospital said that there're 60-70 cases of fever being reported daily. Those found Dengue positive are kept in Dengue ward. At present, there're 6 adults & 7 children in Dengue wards. (13.11) pic.twitter.com/BIzY3Ewc98
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 13, 2022
मरीजों के लिए बिस्तर और इलाज में लापरवाही न हो
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हर जिले में डेडीकेटेड डेंगू अस्पताल शुरू किए जाएं। हर जिले में प्लेटलेट्स और डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध हो। इसके अलावा डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी पूरी तरह से तैनात रहे। इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही सामने न हो। प्रदेश सरकार के मंत्रियों को क्षेत्र में रहने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा है कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज को बिस्तर और समय पर इलाज मिले।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लगाई थी फटकार
सीएम ने यह भी निर्देश दिए हैं कि मरीजों के लिए हर सरकारी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएं। साथ ही लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। सरकारी मशीनरी भी अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करे। बता दें कि पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को फटकार लगाई थी। कहा था कि सरकार के काम सिर्फ मीडिया में दिखते हैं। जमीनी हकीकत से काफी दूर हैं। इसके बाद शासन ने डेंगू को लेकर बैठक की है।
मेरठ में डेंगू से सब-इंस्पेक्टर की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुलंदशहर के औरंगाबाद थाने में तैनात 50 वर्षीय सब-इंस्पेक्टर शैलेश कुमार यादव की शनिवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। वह फिरोजाबाद के तिलकवार गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके में रहता है। औरंगाबाद थाने के एसएचओ राजपाल सिंह ने बताया कि डेंगू के इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यादव के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।