UP Flood: दिल्ली में एक बड़े इलाके को बाढ़ से प्रभावित करने के बाद उत्तर प्रदेश में यमुना अब उफान पर है। मथुरा और वृंदावन में रविवार दोपहर को कालिंदी (यमुना) का जलस्तर खतरे के निशान 166 मीटर से ऊपर 166.64 मीटर तक पहुंच गया, जिसके कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है।
यमुना किनारे के खेत पानी में डूबे
जिला प्रशासन के अनुसार, यमुना में आई बाढ़ से कम से कम 40 गांव और 12 कॉलोनियां प्रभावित हुईं हैं और करीब 1,000 लोग फंसे हुए हैं। एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार बाढ़ के पानी से जिले में 400 बीघे से ज्यादा खेतीहर भूमि पर फसलें पानी में डूब गई हैं।
मथुरा में एनडीआरएफ तैनात
अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन अलर्ट पर है और स्थिति को संभालने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को तैनात किया है। मथुरा के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (वित्त और राजस्व) योगानंद पांडेय ने कहा कि अब तक, किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
30 गांवों में दो दिन से बिजली नहीं
एनडीआरएफ की टीमों ने फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। प्रशासन की ओर से राहत शिविरों में भोजन और इलाज की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। बताया गया है कि बाढ़ से प्रभावित 30 गांवों में दो दिन से बिजली नहीं है।
वृंदावन में परिक्रमा मार्ग डूबा
मथुरा के जिला मजिस्ट्रेट पुलकित खरे ने यमुना किनारे के इलाकों का दौरा कर स्थिति का आकलन किया। प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि मथुरा और वृंदावन में घाटों पर फिलहाल न जाएं। वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर के पीछे और परिक्रमा मार्ग पर यमुना का पानी आ चुका है। सोशल मीडिया पर वृंदावन के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं।
आगरा में यमुना का विकराल रूप
मथुरा के अलावा आगरा में भी यमुना का पानी लोगों को डरा रहा है। रविवार दोपहर तक ताज महल के पास यमुना का जलस्तर 495.80 फीट दर्ज किया गया। बाढ़ के कारण आगरा में करीब 250 बीघे से ज्यादा खेत जलमग्न हो गए हैं। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने फतेहाबाद ब्लॉक के गांवों से करीब 50 परिवारों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
अलर्ट मोड पर है पुलिस और प्रशासन
आगरा के पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि यमुना के पास वाले सभी थानों को अलर्ट पर रखा गया है। निचले इलाकों के पास बाढ़ चौकियां पहले ही बनाई जा चुकी हैं। टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए काम कर रही हैं। स्पीड बोट और गोताखोरों को तैनात किया गया है।