Train driver claimed duty hours over at Burhwal Junction: यूपी में बीते बुधवार को बाराबंकी जिले के बुढ़वल जंक्शन पर दो एक्सप्रेस ट्रेनों के 2,500 से अधिक यात्री फंसे रह गए। यह घटना तब हुई, जब एक ट्रेन का ड्राइवर अपनी ड्यूटी खत्म होने का हवाला देकर सोने चला गया। इसके बाद ट्रेन के अंदर पानी, भोजन या बिजली की आपूर्ति नहीं होने से, परेशान यात्रियों ने विरोध प्रदर्शन किया और कई ट्रेनों को रोकते हुए रेल ट्रैक पर आ गए।
यह भी पढ़ें- बुलेट ट्रेन को लेकर रेलमंत्री ने दिया बड़ा अपडेट, वीडियो में देखिए कितना काम हुआ पूरा
रेलवे ने शांत कराया मामला
बता दें कि यह घटना सहरसा-नई दिल्ली स्पेशल किराया छठ पूजा स्पेशल (04021) और बरौनी-लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस (15203) के साथ हुई। घंटों बाद, उत्तर पूर्वी रेलवे (एनईआर) ने मामले को शांत करने के लिए दो एक्सप्रेस ट्रेनों को देखने के लिए गोंडा जंक्शन से कर्मचारियों को भेजा।
रेलवे के अनुसार, 04021 जिसे 27 नवंबर को शाम 7.15 बजे प्रस्थान करना था, 28 नवंबर को सुबह 9.30 बजे अपने प्रारंभिक स्टेशन सहरसा से रवाना हुई। ट्रेन 19 घंटे से अधिक देरी से गोरखपुर पहुंची। एक्सप्रेस का बुढ़वल जंक्शन पर कोई स्टॉप नहीं था, लेकिन दोपहर करीब 1:15 बजे ट्रेन वहां पर रुकी।
यात्री ने जाहिर की नाराजगी
दूसरी ट्रेन, बरौनी जो पहले से ही पांच घंटे 30 मिनट से अधिक देरी से चल रही थी और शाम 4.04 बजे बुढ़वल जंक्शन पहुंची, उसमें भी ट्रेन के कर्मचारी लोकोमोटिव इंजन छोड़कर चले गए। यात्रियों का कहना है कि हमारी यात्रा अधिकतम 25 घंटे 20 मिनट में खत्म होनी थी, लेकिन इस स्पेशल ट्रेन में यह तीसरा दिन है। यात्रियों का कहना था कि यह हमारे जैसे गरीब यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे द्वारा बनाई गई एक विशेष यातना है।