Hathras Crime News: यूपी के हाथरस से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक आवासीय स्कूल की तरक्की के लिए बीते रविवार प्रबंधक और उसके तांत्रिक पिता ने मानवता को शर्मसार करते हुए कक्षा दो के छात्र की बलि दे दी। गुरुवार को पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए प्रबंधक और उसके तांत्रिक पिता समेत 5 लोगों को जेल भेज दिया।
हाथरस के सहपऊ क्षेत्र के गांव रसगंवा में डीएल पब्लिक स्कूल के आवासीय परिसर में कक्षा दो के 11 साल के छात्र कृताथ कुशवाहा निवासी तुरसैन की गला दबाकर हत्या कर दी। मामले का खुलासा करते हुए सीओ सादाबाद हिमांशु माथुर ने बताया कि स्कूल के प्रबंधक दिनेश बघेल का पिता जशोधन सिंह तांत्रिक क्रिया करता है।
बलि देने का बनाया था प्लान
पुलिस को स्कूल प्रबंधक के पिता ने बताया कि स्कूल की तरक्की के लिए बच्चे की बलि देने का प्लान बनाया था। इसके बाद योजनानुसार रविवार की रात स्कूल के अंदर बने हाॅल में सो रहे छात्र कृतार्थ की बलि चढ़ा दी। हत्या के बाद प्रबंधक अपनी कार से छात्र के शव को ठिकाने लगाने जा रहा था लेकिन परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
यूपी : जिला हाथरस में DL पब्लिक स्कूल के कक्षा-2 के छात्र कृतार्थ की हत्या कर दी गई। इस केस में स्कूल मैनेजर दिनेश बघेल, रामप्रकाश सोलंकी, जसोधन सिंह, लक्ष्मण सिंह और वीरपाल सिंह पकड़े गए हैं।
---विज्ञापन---स्कूल मैनेजर तंत्र-मंत्र करता है। उसे भरोसा था कि बलि देकर स्कूल तरक्की करेगा। pic.twitter.com/F5UIBdsN6x
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 27, 2024
हाॅस्टल संचालक परिजनों को करता रहा गुमराह
बता दें कि बच्चे की हत्या के बाद स्कूल प्रबंधन ने बच्चे के घर फोन कर जानकारी दी कि कृतार्थ की तबियत खराब है। इसके बाद जब बच्चे के माता-पिता स्कूल पहुंचे तो उन्हें कृताथ नहीं मिला। हाॅस्टल का संचालक परिजनों को गुमराह करता रहा कि वह कृतार्थ को उपचार करने के लिए ले गया है। थोड़ी देर बार लोगों ने सादाबाद के निकट बघेल को कार सहित पकड़ लिया।
ये भी पढ़ेंः पंजाब में पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी को झटका, सुनील जाखड़ ने अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पिछली सीट पर कृतार्थ का शव पड़ा था। इसके बाद पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमाॅर्टम हाउस भिजवा दिया। पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि छात्र की गला दबाकर हत्या की गई थी।
ये भी पढ़ेंः 3 दलितों की हत्या के केस में 4 को फांसी, 7 को उम्रकैद, 10 साल पहले हुआ था हत्याकांड