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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

‘अनुचित, अपमानित, निंदनीय’, सपा से निष्कासन के बाद बयानबाजी पर पूजा पाल की तीखी प्रतिक्रिया

News 24 Pooja Pal: समाजवादी पार्टी से पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित किया गया है। वहीं निष्कासन के बाद अपने ऊपर हो रही बयानबाजी को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया भी व्यक्त की है। उनकी प्रतिक्रिया पर शिवपाल यादव का बयान भी आ गया है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Aug 15, 2025 17:05
Pooja Pal | Samajwadi Party | Akhilesh Yadav
पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निकाला गया है।

Pooja Pal News: निष्कासन के बाद विधायक पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष किया है। पूजा पाल ने अपने X हैंडल पर ट्वीट में लिखा कि जितनी अनुचित, अपमानित और निंदनीय बयानबाजी मेरे खिलाफ की जा रही है, अगर एक-दो ऐसे शब्द माफिया के लिए भी कह दिए जाते तो? आखिर यह कैसा समाजवाद है, जिसमें एक महिला को सच बोलने के लिए अपमानित किया जा रहा है।

समाजवादी पार्टी से निष्कासन के बाद पूजा पाल ने कहा कि उन्होंने अपने पति के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए योगी सरकार की तारीफ की थी, न की समाजवादी पार्टी के खिलाफ कोई बयान दिया था। पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी पर एक वर्ग को खुश करने के लिए काम करने का आरोप भी लगाया और कहा कि वह अतीक अहमद से डरती नहीं हैं तो सच बोलने से पीछे कैसे हट सकती हैं?

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पूजा के बयान पर शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया

वहीं पूजा के बयान पर सपा नेता शिवपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि पूजा पाल का हाल भी केशव मौर्य जैसा होगा। उनकी तरह वे भी अब कभी विधायक नहीं बन पाएंगी। बता दें कि पूजा पाल का समाजवादी पार्टी से निष्कासन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ और पूर्व में की गई पार्टी विरोधी गतिविधियों जैसे साल 2024 के राज्यसभा चुनाव में क्रॉस-वोटिंग के कारण हुआ है।

कब की थी पूजा ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ?

बता दें कि पूजा पाल उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के चायल क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की विधायक हैं। पूजा को 14 अगस्त 2025 को पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी से निष्कासित कर दिया। पूजा पाल ने विधानसभा के मानसून सत्र में ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चर्चा के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की थी। प्रशंसा का कारण उनकी जीरो टॉलरेंस नीति और अपराध नियंत्रण करना था।

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पूजा ने अपने पति और पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या (2005) के लिए जिम्मेदार गैंगस्टर अतीक अहमद को सजा दिलाने में मुख्यमंत्री की भूमिका को सराहा। समाजवादी पार्टी ने पूजा की इस हरकत को अनुशासन का उल्लंघन मानकर निष्कासन की कार्रवाई की। निष्कासन पत्र में कहा गया कि पूजा बार-बार पार्टी विरोधी गतिविधियां कर रही हैं। बार-बार चेतावनी के बावजूद अनुशासनहीनता के कारण उन्हें पार्टी से निकाला जा रहा है।

क्या हुआ था साल 2005 में?

बता दें कि अतीक अहमद के गुर्गों ने साल 2005 में पूजा पाल के पति राजू पाल की हत्या कर दी थी। पूजा ने अपने पति को न्याय दिलाने के लिए राजनीति में एंट्री की। वे पहले बसपा विधायक बनीं और फिर सपा विधायक बनीं। साल 2023 में अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद पूजा का झुकाव योगी सरकार की ओर हो गया। साल 2024 के राज्यसभा चुनाव में भी पूजा ने समाजवादी पार्टी की लाइन के खिलाफ जाकर BJP उम्मीदवार को वोट दिया, जिसे पार्टी ने चेतावनी के साथ माफ कर दिया था, लेकिन अब योगी आदित्यनाथ की तारीफ को माफ नहीं किया गया और पूजा के खिलाफ एक्शन ले लिया गया।

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First published on: Aug 15, 2025 03:44 PM

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