Noida News: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा और ग्रेटर नोएडा) के जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने 90 निजी स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। ये जुर्माना उन स्कूलों पर है, जिन्होंने कोविड काल में अभिभावकों से मनमानी फीस वसूली और इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी 15 फीसदी फीस वापस नहीं लौटाई। जुर्माने से पहले जिला प्रशासन की ओर से इन स्कूलों को नोटिस भी भेजे गए थे।
लॉकडाउन में वसूली थी फीस
जानकारी के मुताबिक मार्च 2020 से देशभर में कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन लगा था। देशभर के स्कूलों समेत सभी संस्थाओं को बंद किया गया था। इसके बाद स्कूलों में बच्चों की क्लासेज ऑनलाइन चली थीं। बच्चे स्कूल नहीं जाते थे, लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों से पूरी फीस वसूली गई थी। इसका अभिभावकों की ओर से विरोध भी किया गया था, लेकिन स्कूलों की ओर से मनमानी जारी रही।
और पढ़िए – Noida News: नोएडा के गौर सिटी में भीषण आग से अफरा-तफरी, फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौजूद
हाईकोर्ट ने जारी किया था आदेश
कोविड काल में कई अभिभावकों की नौकरियां भी चली गई थीं। ऐसे में कुछ पीड़ित अभिभावकों ने हाईकोर्ट का रुख किया। सुनवाई के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अभिभावकों को राहत दी। कोर्ट ने आदेश दिया कि जिन स्कूलों ने कोविड काल के दौरान फीस वसूली है, वे 15 फीसदी फीस वापस करें, लेकिन आदेश के बाद भी कई स्कूलों ने फीस माफ नहीं की।
और पढ़िए – ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की CEO रितु माहेश्वरी ने अतिक्रमण पर अधिकारियों को लगाई फटकार
जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने बुलाई बैठक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नोएडा के जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से करीब 90 निजी स्कूलों को नोटिस भेजे गए, लेकिन स्कूलों ने इन नोटिस को भी अनदेखा कर दिया। अब जिलाधिकारी मनीष वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सख्त कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी ने इन सभी 90 स्कूलों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। बताया गया है कि जुर्माने की कार्रवाई के बाद कई स्कूल हरकत में आ गए हैं।