Noida News: नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में करीब 2 लाख लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों को आरोप है कि दूषित पानी की सप्लाई की जा रही है। कई सोसायटियों में तो सप्लाई बंद है। लोगों की जिंदगी अथॉरिटी के टैंकरों पर निर्भर है। लोगों ने अथॉरिटी से पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की है।
बोतल बंद पानी से कर रहे काम
शहर की तीन आवासीय सेक्टर और सोसायटी में रविवार को दूषित पेयजल आपूर्ति से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण लोगों के दैनिक काम भी प्रभावित हुए। इतना ही नहीं लोगों को बाजार से बोतल बंद पानी लाकर कामकाज करने पड़े। लोगों का आरोप है कि दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत अथॉरिटी के जल विभाग से की है, लेकिन त्वरित कार्रवाई नहीं की गई।
पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त
सेक्टर-19 के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष आरसी गुप्ता ने बताया कि पिछले सप्ताहभर से पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। इस बीच अथॉरिटी के ठेकेदार की लापरवाही की वजह से कई बार पेयजल पाइपलाइन भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि अथॉरिटी में इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ है। वहीं, सेक्टर-51 केंद्रीय विहार आरडब्ल्यूए के सचिव शरद जैन ने बताया कि रविवार को दूषित जल आपूर्ति की समस्या उनके सेक्टर में भी लोगों को झेलनी पड़ी। सुबह के समय साफ पानी नहीं आने की वजह से पूरे दिन का कामकाज प्रभावित हुआ।
सेक्टर में दूषित पेयजल की आपूर्ति
सेक्टर-51 सीडीई ब्लॉक के महासचिव संजीव कुमार ने बताया कि रविवार को उनके सेक्टर में भी दूषित पेयजल की आपूर्ति हुई। लोगों को दैनिक कार्यों में इस्तेमाल करने के लिए भी पानी बाजार से खरीदकर लाना पड़ा। इससे उनकी जेब पर अतिरिक्त असर पड़ा। इसके साथ लोगों को परेशानी अलग से उठानी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि अथॉरिटी के जल विभाग से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों का बुरा हाल
बताया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इकोविलेज-2, अजनारा होम्स समेत करीब आधा दर्जन सोसायटियों में पानी का संकट है। लोगों का आरोप है कि अथॉरिटी अगर सख्ती करें तो मेंटनेंस के लोग लापरवाही नहीं बरतेंगे, लेकिन सब लापरवाही बरत रहे है। इसका खामियाजा सोसायटी के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।