Miraculous baby with 4 hand and legs born in UP: भारत में हमें अक्सर कई ऐसे बच्चों के जन्म लेने की जानकारी मिलती है, जिनकी शारीरिक बनावट को देखकर हर कोई दंग हो जाता है और साथ ही ऐसे बच्चों को चमत्कारी या अदभुत बच्चा कहकर संबोधित किया जाता है। कभी कदार सामने आने वाली ऐसी घटनाओं के बीच यूपी के मेरठ जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां एक ऐसे अदभुत बच्चे ने जन्म लिया, जिसके 4 हाथ और 4 पैर थे। बच्चे के अस्पताल में भर्ती होते ही अस्पताल प्रशासन के साथ-साथ अन्य लोगों में ये बात हवा की तरह फैल गई। हालांकि, ऐसी स्थिति में जन्मे बच्चे को लेकर डॉक्टर ने बड़ी वजह बताई है और साथ ही जल्द से जल्द उसे सामान्य करने का दावा किया जा रहा है।
3 दिन पहले पैदा हुआ था 4 हाथ और 4 पैर वाला बच्चा, परिजन घबराकर पहुंचे अस्पताल
पूरा मामला यूपी के मुजफ्फरनगर से जुड़ा हुआ है। मेरठ मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. नवरतन गुप्ता के अनुसार, मुजफ्फरनगर जिले में बीते 6 नवंबर को घर पर ही महिला ने एक बच्चे को दोपहर साढ़े 3 बजे जन्म दिया था। बच्चे के पैदा होते ही उसके 4 पैर, 4 हाथ देखे गए, जिसे देखकर उसे अजीब बच्चा समझकर परिजन घबरा गए और आनन-फानन में इलाज के लिए मेरठ के मेडिकल कॉलेज लेकर आए।
डॉक्टर ने अजीबोगरीब बच्चे के जन्म के पीछे बताई बड़ी वजह
मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. नवरतन गुप्ता ने इस अजीबोगरीब बच्चे के जन्म के पीछे की वजह बताई। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में इस बच्चे को जन्म देने वाली महिला के गर्भ में जुड़वां बच्चे थे, जिसमें से एक भ्रूण अविकसित रह गया और इसी के चलते इस अलग दिखने वाले शिशु ने जन्म लिया है।
‘बच्चे के 4 पैर और 4 हाथ के साथ हैं 2 जननांग’
बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ. नवरतन गुप्ता ने मामले में जांच पड़ताल के बाद सामने आई जानकारी को साझा करते हुए आगे बताया कि दूसरे बच्चे का गर्भ में सिर्फ कमर से नीचे का ही शरीर बन पाया था और वह शरीर भी पहले बच्चे में धीरे-धीरे जुड़ता चला गया, इसलिए यह अलग दिखने वाला बच्चा हुआ है। उन्होंने बताया कि बच्चे के 4 पैर और 4 हाथ के साथ 2 जननांग भी हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे के शरीर में दिख रहे जो दो हाथ, दो पैर और एक जननांग अतिरिक्त हैं, वह दूसरे बच्चे के हैं।
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50 हजार में सिर्फ एक केस ऐसा, सर्जरी के सहारे बच्चे को मिलेगी नई जिंदगी
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की इस स्थिति से जुड़ी असल वजह जानने के बाद बच्चे का परिवार चाहता है कि उनका बच्चा जल्द से जल्द सही हो जाए। इसके लिए बच्चे के अतिरिक्त अंगों की सर्जरी कर उनको हटाया जाएगा। हालांकि, इस तरह का मामला 50 से 60 हजार में किसी एक बच्चे के जन्म में देखने को मिलता है। उनका कहना है कि मौजूदा समय में बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही है, जिसके चलते उसे वैंटिलेटर पर रखा गया है। इसके साथ ही बच्चे को ट्यूब के सहारे दूध की फीडिंग कराई जा रही है। फिलहाल डॉक्टरों की ओर से बच्चे को सामान्य करने के लिए इलाज शुरू कर दिया गया है। सर्जरी के बाद ही बच्चा ठीक हो पाएगा।
इस हाल में भी सर्वाइव कर सकता है बच्चा लेकिन सामाजिक जीवन में होगी समस्या
डॉक्टरों का कहना है कि यह एक जन्मजात असाधारण बच्चा है, जिसे सर्जरी के बाद सामान्य कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि बच्चे की सर्जरी नहीं कराई जाती है तो भी बच्चा आसानी से सर्वाइव कर सकता है। लेकिन आज कल के माहौल के हिसाब से सामाजिक जीवन में बच्चे को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद उन्होंने जानकारी दी कि मेरठ के इस मेडिकल कॉलेज में इस प्रकार के बच्चों का ये चौथा मामला सामने आया है।