Uttarpradesh Congress vs Samajwadi Party Loksabha Election 2024 (मानस श्रीवास्तव): उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की गांठ कब खुलेगी, ये बडा सवाल यूपी की सियासत में बना हुआ है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच की तल्खी खत्म नही हो रही है, इसकी बड़ी वजह है कि दोनो ही खेमों से दबाव की राजनीति की जा रही है। अब कांग्रेस उन सीटों में भी हिस्सेदारी चाहती है, जिन पर समाजवादी पार्टी अपने 16 उम्मीदवारो की सूची जारी कर चुकी है। ये सीटें खीरी, फैजाबाद और फर्रुखाबाद की हैं। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को विश्वास में लिये बगैर 16 उम्मीदवारो की पहली सूची जारी कर दी थी। जिसके बाद कांग्रेस अब इन तीन सीटों को अपने हिस्से मे मांगने लगी है।
उत्तर प्रदेश में #BharatJodoNyayYarta
का स्वागत है🙏
राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे
अखिलेश यादव
अमेठी,रायबरेली में राहुल गांधी के साथ शामिल होंगे अखिलेश
मल्लिकार्जुन खड़गे का निमंत्रण अखिलेश ने स्वीकार किया ।#INDIAAlliance pic.twitter.com/g41ScIOEVk---विज्ञापन---— I-N-D-I-A (@_INDIAAlliance) February 6, 2024
कांग्रेस को 22 सीटों की दरकार
दरअसल कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी से 22 सीटें चाहती है। इनमें से उसकी प्राथमिकता उन सीटों पर है जहां से राहुल गांधी की यूपी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुजरेगी। ये यात्रा चंदौली से शुरू होगी। यात्रा के रूट को परखने के लिये चार सदस्यों की एक टीम चंदौली पहुची हुई है। पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक इन सीटों पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार चाहती है, क्योंकि एक तो उसे लगता है कि लोकसभा चुनाव में मुसलमान कांग्रेस के साथ जाएगा और दूसरा ये कि कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि राहुल गांधी की यात्रा से इन सीटों पर कांग्रेस का जनाधार बढे़गा, जिससे उनके पक्ष मे माहौल भी बनेगा। इन सीटों में कानपुर, देवरिया, महाराजगंज, गोंडा , बाराबंकी , सुल्तानपुर , वाराणसी , शाहजहापुर, मुरादाबाद , रामपुर , सहारनपुर और अमरोहा शामिल है, लेकिन समाजवादी पार्टी के इन सीटों को लेकर अपने तर्क है। समाजवादी पार्टी का कहना है कि इन तमाम जिलों में सपा के दो से तीन और कहीं कहीं चार तक विधायक हैं, ऐसे में इन सीटों को वो कांग्रेस के खाते मे नहीं दे सकती है, क्योंकि कांग्रेस का जनाधार नही है।
यह भी पढ़ें: बिहार की बेटी ने निभाया बेटे का फर्ज, श्मशान में पिता की चिता को दी आग
यूपी मे बदलते हुए समीकरण
यूपी मे बदलते हुए समीकरणों पर बीजेपी के रणनीतिकार मजबूती से नजरे जमाये हुये हैं। बीजेपी मानती है कि ये बेमेल गठबंधन परवान नही चढ़ पायेगा। कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ा विपक्षी दल है इसलिये वो सपा की शर्तो पर समझौता नही करेगी जबकि समाजवादी पार्टी अपने मजबूत जनाधार वाली सीटें कांग्रेस को देकर अपना कद कम नही करना चाहती है, इसलिये सपा ने उन तमाम सीटों पर भी अपने संभावित उम्मीदवारों को प्रचार करने के लिये कह दिया है, जिन सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी है। ऐसे मे ये जरूरी नही कि गठबंधन चुनाव तक किसी मुकाम पर पहुंचे और इन हालातो में बीजेपी का रास्ता और आसान हो जायेगा।