Uttar Pradesh News: वीडियो गेम बच्चों की आदत में शुमार होते जा रहे हैं। कई ऐसे मामले सामने आते हैं जब माता-पिता अपने बच्चों को गेम खेलने से रोकते हैं तो बच्चे गलत कदम तक उठा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के झांसी से सामने आया है, जहां पर 10वीं के छात्र ने गेम खेलने से मना करने पर फांसी लगा ली। इस घटना के बाद से बच्चे की मां को अभी तक होश नहीं आया है।
मां की डांस से था नाराज
झांसी के एरच थाना के मलाही टोला निवासी गोकुल केवट पत्नी और दो बेटों के साथ खेत में मकान बनाकर रहते हैं। परिवार का छोटा बेटा सरमन (14) दसवीं क्लास का छात्र है। परिजनों ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब एक बजे सरमन मोबाइल पर पबजी खेल रहा था। जब उसकी मां ने देखा तो उसको पहले तो फोन रखने को कहा, फिर मोबाइल छीनने की धमकी दी। इसके बाद वह गुस्से में घर से निकलकर खेतों की तरफ चला गया।
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पेड़ से लटका मिला शव
सरमन को घर से निकले जब काफी वक्त हो गया तो उसको तलाशते हुए मां खेत पर पहुंची। इस दौरान तक सरमन ने फांसी नहीं लगाई थी। उसने देखा कि मां उसके पीछे आ रही है तो वह बबूल के पेड़ पर जा चढ़ा और फंदा लगाकर लटक गया, बेटे को इस हालत में देख मां की चीख निकल गई। शोर सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोग वहां पर जमा हो गए। गांव वालों ने सरवन को पेड़ से नीचे उतारा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस सब के बाद से ही मां की हालत भी ठीक नहीं है।
इस घटना की सूचना पुलिस को दो दी गई। मौके पर एरच थाना प्रभारी नीलेश कुमारी पहुंची। थाना प्रभारी नीलेश कुमारी का कहना है कि परिजनों ने बताया बच्चे को गेमिंग की लत थी। इसी वजह से उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। पुलिस ने शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद से पूरे गांव में मातम छाया है।
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